खनन माफियाओं का मिट्टी बेचने का कारोबार दिन-दहाड़े फल-फूल रहा है।
लखनऊ । राजधानी स्थित काकोरी थाना अंतर्गत पुलिस की मिलीभगत से रायल्टी के नाम पर धड़ल्ले से अवैध खनन चल रहा है । काकोरी थाने के कलियाँ खेड़ा में पिछले कुछ दिनों से रात में अवैध खनन चल रहा था। जिसकी शिकायत आला अधिकारियों से होने के बाद रात में खनन बंद कर दिया गया था।लेकिन कलियाँ खेड़े में अब दिन दहाड़े खुले-आम अवैध खनन हो रहा है। रॉयल्टी के नाम पर क्षेत्र में घूम घूम कर मिट्टी बेची जा रही है।
काकोरी थाना के पंडित खेड़ा व पारा थाना क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी , सदरौना में घूम-घूम कर मिट्टी डाली जा रही है। रायलटी के नाम पर खूब अवैध खनन किया जा रहा है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिम्मेदार एस,डी,एम व सम्बन्धित विभाग के आलाअधिकारियो की मिलीभगत से अवैध खनन किया जा रहा है। फिर भी जिम्मेदार अधिकारी मामले से अंजान बने हुए है। वही सरोजनीनगर तहसील दार ने स्पष्ट किया। कि रात में खनन अवैध होता है। जबकि रात्रि खनन की कई बार शिकायत काकोरी पुलिस से की गयी। पर कार्यवाही के नाम पर कुछ नहीं तहसीलदार साहब ने जांच कराने का आश्वासन दिया है। कि एस,डी,एम, साहब से जांच कराते है। वही लखनऊ की पुलिस हाईटेक पुलिस है। फिर भी क्षेत्र मे हो रहे अवैध खनन को नजरंदाज कर रही है। जब कि इतना तो हर नागरिक को पता है कि प्लाट , बेसमेंट ,या फिर क्षेत्र मे मिट्टी नहीं डाली जा सकती। तो फिर पुलिस को कभी किसी प्लाट मे मिट्टी गिरती क्यों नहीं दिखाई देती। आखिर डम्फर आउटर ना जाकर गांव मे आते कैसे है। पुलिस की नजर से कैसे बच जाते हैं। आउटर रिंग रोड पर जाने के लिए मऊंदा अमौसी रोड पर डम्फर को जाना चाहिए। और डम्फर पूरा दिन काकोरी थाना क्षेत्र मे पंडित खेड़ा पारा थाना क्षेत्र के सदरौना काशीराम कालोनी के प्लाटों मे कैसे घूमते रहते है। अखिर ये डम्फर पुलिस को कैसे नजर नही आते है। क्ई डम्फरों मे नं प्लेट भी नही है। आखिर ये चल कैसे रहे है। क्या काकोरी और पारा पुलिस को ये डम्फर दिखते नहीं या फिर जानबूझकर आँखे पुलिस बंद किये है।
अब देखना ये है कि खुलेआम डम्फर क्षेत्र मे मिट्टी बेचते हुए। अब भी पुलिस को नजर आते है। ऐसा तो नही हमारी हाईटेक पुलिस आंखो मे नोटो की पट्टी बांध कर, खनन माँफिया दिन-दोपहर खुले-आम ऐसे ही क्षेत्र मे मिट्टी को बेचते रहेंगे।