गणित फिट करने में लगे पार्टी रणनीतिकार, उतारे जायेंगे दिग्गज
फिल्मी दुनिया का भी दिख सकेगा दखल
लखनऊ (यूएनएस)। 2019 में जो छूट गई वो भी 2024 में खाते में दर्ज कराने को बीजेपी बेताब है।लोकसभा चुनाव में भाजपा विपक्ष के कब्जे वाली 14 सीटों सहित कुछ बड़ी सीटों पर दिग्गज चेहरों पर दांव लगाने की तैयारी कर रही है। मिशन 80 खातिर फिल्मी स्टार से लेकर प्रशासनिक हल्के की हस्तियों को भी चुनावी मैदान में उतार सकती है।भाजपा का प्रदेश में सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य है। 2019 से बड़ी जीत 2024 में हासिल करनी है। एक-एक सीट पर प्रत्याशी चयन को लेकर मंथन हो रहा है। पार्टी की सर्वे रिपोर्ट के आधार पर करीब 20 से 30 फीसदी तक सांसदों के टिकट कटने तय हैं। योगी सरकार के कुछ मंत्रियों को भी लड़ाने की तैयारी है। इनमें कैबिनेट मंत्री, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और राज्यमंत्री भी शामिल हैं। कई बड़े चेहरे चुनावी मैदान में नजर आएंगे। पार्टी विपक्ष के कब्जे वाली 14 सीटों पर जीतने के लिए प्रत्याशी चयन पर विशेष मन्त्रणा चल रही है। बसपा के कुछ मौजूदा सांसद या विधायकों को भाजपा में लेने की तैयारी है। अगड़ी व पिछड़ी जाति के जातीय समीकरण के लिहाज से विपक्षी दलों के कुछ चेहरे भगवा टोली में शामिल किए जाएंगे। लोकसभा चुनाव में कुछ पूर्व व मौजूदा नौकरशाह भी भाजपा प्रत्याशी बन सकते हैं। एक नौकरशाह की पूर्वांचल में बसपा के कब्जे वाली सीट पर नजर है तो एक पूर्व नौकरशाह पंजाब से चुनाव लड़ने केआसार हैं।मोदी सरकार के बड़े चेहरे राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, पंकज चौधरी, अनुप्रिया पटेल, कौशल किशोर, संजीव बालियान, जनरल वीके सिंह, भानू प्रताप वर्मा सहित अन्य लोगों को फिर मौका मिलेगा तो गोरखपुर, अयोध्या, मथुरा, प्रयागराज, कानपुर सहित अन्य सीटों पर बड़े चेहरे उतारे जा सकते हैं। फिल्म इंडस्ट्री की कुछ हस्तियां भी संसद जाने के लिए जोरआजमाइश कर रही हैं। उन्हें मौका मिलेगा क्योंकि फिल्मी दुनिया के लोगों का सियासत में दखल समीकरण अक्सर उलट पुलट कर रख देता है। पहले भी देखा जा चुका है। किसी समय राजनीति के बड़े नाम रहे हेमवती नंदन बहुगुणा को इलाहाबाद में फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन ने हरा दिया था। मुम्बई में गोविंदा ने रामनाईक को शिकस्त दी थी। धर्मेन्द्र, सनी देओल ,हेमा मालिनी जैसी कई हस्तियों ने अपनी पोजीशन कायम की। ये बात और है कि अमिताभ बच्चन, धर्मेन्द्र जैसे फिल्मी कलाकारों को सियासत रास नहीं आई और जल्दी वापसी कर ली।