रंजीव ठाकुर
लखनऊ । राष्ट्रीय लोकदल उ0प्र0 के अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने बुधवार को प्रदेश की कानून व्यवस्था पर हमला बोलतें हुये कहा कि जब प्रत्येक थाने में भारतीय जनता पार्टी के पांच पांच कार्यकर्ता बैंठेगे तो थाना भाजपा के लोग ही चलायेंगे और थानेदार पंगु रहेगा। इसी का परिणाम सहारनपुर में भड़की हिंसा है। प्रदेश सरकार अपने हनीमून पीरियड का आनंद ले रही है और प्रदेश की कानून व्यवस्था के परिणामस्वरूप आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो रहा है।
डाॅ0 अहमद ने कहा कि बहु बेटियों को सुरक्षित कहने वाली सरकार के सायें में दिन में घर में घुसकर बेटियों का खून होता है तो कभी शाम के वक्त महिला पर गोलियां बरसायी जाती है और रात के वक्त डकैती को अंजाम दिया जाता है। यह हाल प्रदेश की राजधानी का है तो दूर दराज क्षेत्रों की कानून व्यवस्था का अनुमान लगाया जा सकता है। सरकार के नुमाइन्दे घोषणाएं करने और नये नये फरमान जारी करने में अपनी वाह वाही लूट रहे हैं। सरकार की कार्यशैली की प्रशंसा स्वयं सरकार के प्रवक्ता कर रहे हैं जबकि यह प्रषंसा जनता द्वारा हो तो अच्छी लगती है।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा विगत लोकसभा चुनाव से एक वर्ष पहले ही मुजफ्फरनगर दंगा हुआ था और राजनैतिक दलों ने अपनी अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकी जिसका फायदा भी भाजपा को मिला। सन् 2019 में फिर लोकसभा चुनाव होना है और पष्चिमी उ0प्र0 के ही सहारनपुर से हिंसा का भड़कना आष्चर्य का विषय है क्योंकि पुराने दंगों के घाव अब तक भरे नहीं हैं। यदि प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन तत्काल कार्यवाही करके हिंसा के अपराधियों को गिरफ्तारी नहीं करते और हिंसा पर काबू नहीं करते तो राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे।