रंजीव ठाकुर
लखनऊ । राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने शुक्रवार को प्रदेश सरकार को घेरते हुए प्रस्तावित किराया बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव पर कहा कि अकारण ही बसों का किराया 8 पैसा प्रति किलोमीटर बढ़ाना प्रदेश की गरीब जनता के लिए न्यायसंगत नहीं है क्योंकि बसों में अधिकांषतः गरीब वर्ग के लोग यात्रा करते है। डाॅ0 अहमद ने कहा कि परिवहन निगम के कर्मचारियों को बोनस एवं वेतन देने की कीमत यात्रियों को चुकानी पड़े तो प्रदेश सरकार के लिए शर्म की बात होगी क्योंकि वेतन बढ़ाने का श्रेय सरकार लेगी और भरपाई गरीब जनता से की जायेगी। कई बार डीजल की बढ़ी हुई कीमतों का बहाना लेकर किराया बढ़ाया जाता है परन्तु कीमत घटने पर किराया उसी अनुपात में कम नहीं किया जाता है। इसी सन्दर्भ में प्रदेश सरकार को सुदूर गांवों तक आवागमन की सुविधा की व्यवस्था करनी चाहिए। जिलाधिकारी के माध्यम से जांच कराकर जहां तक सम्पर्क मार्ग विकसित हैं वहां तक बसों का आवागमन सुनिष्चित होना चाहिए भले ही सरकारी बसें चलाई जांय अथवा अनुबंधित। जब तक इस प्रकार की व्यवस्था न हो जाय तब तक प्राइवेट तौर पर जो भी वाहन सवारी हो रहे है उन्हें अनावष्यक रूप से बाधित न किया जाय। रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने चेतावनी देते हुये कहा कि प्रदेश सरकार अपने प्रस्ताव पर पुनर्विचार करें और बसों में किराया बढ़ाने की प्रक्रिया पर रोक लगाये अन्यथा राष्ट्रीय लोकदल सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्षन करेगा जिसका दायित्व राज्य सरकार का होगा।
बसों का किराया बढ़ाना प्रदेश की जनता के साथ नाइंसाफी है : मसूद अहमद
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