शारदीय नवरात्रि के पहले दिन भक्तों ने की मां शैलपुत्री की आराधना, 9 दिन चलेगी उपासना
लखनऊ। शारदेय नवरात्र रविवार से शुरू हो चुकी हैं और नवरात्र के पहले दिन देवी के शैल पुत्री रूप की अराधना की गई। लोगों ने विधि विधान से पूजा अर्चना की और मां के शैलपुत्री रूप की पूजा अर्चना करके परिवार के लिए मंगल कामना की। नवरात्र के पहले दिन घरों में घट स्थापना की जाती है। ऐसे में भक्तों ने सुबह नित्यकर्म करने के बाद मंदिर जाकर देवी मां के दर्शन किए और फिर अपने घर में आकर घट स्थापना की। इस मौके पर कई घरों में देवी मां की मूर्तियां भी स्थापित की गई हैं और 9 दिनों तक लोग पूरे परिवार के साथ मां की अराधना करेंगे। ज्योतिषाचार्य पं. हृदय रंजन शर्मा ने बताया कि इस साल देवी मां हाथी पर सवार होकर आई हैं। उन्होंने बताया कि नवरात्र साल में चार बार पड़ते हैं। आमतौर पर लोग चौत्र और शारदेय नवरात्र के बारे में जानते हैं। लेकिन दो गुप्त नवरात्र भी होते हैं, जिसमें साधक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए पूजा अर्चना करते हैं। रविवार से शारदेय नवरात्र शुरू हो चुके हैं। जिसमें सच्चे मन से देवी की अराधना करने वालों की सारी मनो कामना देवी मां पूरी करती हैं। उन्होंने बताया कि इस बार नवरात्रि पर बुधादित्य योग, शश योग और भद्र राजयोग का विशेष संगम था। जिसके चलते यह नवरात्र और ज्यादा शुभ फलदायी है। घट स्थापना सुबह 6.30 से 8.47 और अभिजीत मूहूर्त में सुबह 11.48 से दोपहर 12.36 तक किया गया। मंदिरों में पूजा करने के लिए भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ीदेवी मंदिरों में दर्शन को उमड़े श्रद्धालुनवरात्र के पहले दिन देवी मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग सुबह नित्यकर्म और स्नान करने के बाद पारंपरिक तरीके से वस्त्र धारण करके मंदिरों में पहुंचे। बख्शीतलाब स्थित चंद्रिका देवी देवी मंदिर, चौक स्थित काली माता मंदिर, समेत शहर के प्रमुख मंदिरों में मां के भक्तों की भीड़ लगी रही।बड़ी संख्या में महिलाएं सुबह से ही मंदिरों में पहुंच गई और पूजा अर्चना करके भगवान को खुश करने में लगी रही। देवी मंदिर के बाहर लंबी लाइनें लगी रही और मंदिर के व्यवस्थापक लगातार व्यवस्था बनाने के लिए मशक्कत करते रहे। सुबह से शुरू हुई भीड़ दोपहर तक लगी रही और लोग देवी मां की पूजा अर्चना करते रहे।