15 फाइलेरिया मरीजों को मिली किट
लखनऊ । राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत बक्शी का तालाब ब्लाक के शिवपुरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर में बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान और स्वयंसेवी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफ़ॉर) के सहयोग से फाइलेरिया मरीजों का रुग्णता प्रबंधन एवं दिव्यांगता प्रबंधन (एमएमडीपी) पर अभिमुखीकरण किया गया । इस मौके पर 15 फाइलेरिया मरीजों को एमएमडीपी किट भी प्रदान की गयी ।
इस अवसर पर सामुदायिक स्वस्थ्य अधिकारी सीएचओ कीर्ति रावत ने फाइलेरिया मरीजों से कहा कि जो भी सामान साबुन , तौलिया, मग, बाल्टी, और टब आप लोगों को दिया जा रहा है | इसका उपयोग फाइलेरिया प्रभावित अंगों की देखभाल में करें किसी और को उपयोग करने के लिए न दें |
फाइलेरिया लाइलाज बीमारी है | इस बीमारी से बचने का एकमात्र उपाय सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान के तहत साल में एक बार फाइलेरियारोधी दवा का सेवन करना है |
उन्होंने बताया कि वह साल 2021 से इस पद पर कार्यरत हैं और माह में एक बार और कभी दो बार फाइलेरिया मरीजों को स्वास्थ्य केंद्र पर बुलाती हैं और उन्हें फाइलेरिया प्रभावित अंगों की देखभाल के बारे में बताती हैं | उनके क्षेत्र में फाइलेरिया से प्रभावित 15 मरीज हैं |
प्रशिक्षण में बताया गया कि फाइलेरिया प्रभावित अंगों पर कभी भी रगड़ते हुए साबुन का उपयोग नहीं करना चाहिए | नियमित रूप से फाइलेरिया प्रभावित अंगों की सफाई करनी चाहिए | हल्के हाथों से तौलिए से पोंछना चाहिए | यदि कहीं कटा हुया है तो अच्छे से सुखाकर उस पर एंटी सेप्टिक क्रीम लगानी चाहिए |
शिवपुरी के रहने वाले बाबा भदेश्वर नाथ सपोर्ट ग्रुप के सदस्य 43 वर्षीय कौशल किशोर बताते हैं कि अभी तक इस बीमारी को लेकर कोई सोचता तक नहीं था लेकिन जब से फाइलेरिया नेटवर्क के सदस्य हम बने हैं हमें इससे बचाव और प्रभावित अंगों की देखभाल के बारे में जानकारी मिली है | अब हम दूसरों को इससे बचाव और देखभाल के बारे में बताते हैं | आज जो समान मिला है उसका उपयोग हम स्वयं ही करेंगे | इस मौके पर सीफ़ॉर के प्रतिनिधि, कुलदीप, कमला यादव, कमला रावत सीताराम सहित अन्य मरीज मौजूद रहे |