लखनऊ। लखनऊ में सपा कार्यालय के बाहर होर्डिंग लगाई गईं। इन पर लिखा गया ईवीएम हटाओ और देश बचाओ, ईवीएम हटाओ बैलट लाओ। सपा के युवजन सभा के पूर्व प्रदेश सचिव ने कहा कि अमेरिका की तरह बैलेट पर भारत में भी चुनाव हो। इससे पहले अखिलेश यादव ने भी बैलेट से चुनाव पर विचार करने के लिए कहा था।
विपक्ष में कांग्रेस और बसपा के नेता भी ईवीएम हटाने की मांग करते रहे हैं। सपा कार्यालय के बाहर लगी होर्डिंग के बाद बीजेपी सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप ने कहा, लगता है कि सपा के नेता 2024 में होने वाली हार को अभी से भाप गए हैं। इसलिए पहले ही ऐसी बात करने लगे हैं। देखिए, जब सपा और विपक्ष, चुनाव में हारता है, तो ऐसी बाते करता है। लेकिन जब जीतता है, तो कभी ईवीएम को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं करते हैं।उन्होंने कहा, सपा नेताओं को याद रखना चाहिए। कि यूपी की सत्ता में 2012 में जब आप आए, तो सत्ता में बसपा थी। ईवीएम सबसे निष्पक्ष नतीजों के लिए जानी जाती है। लोग इसकी मदद से कम समय में अपना मत दे पाते हैं। अब सपा के ऐसे स्टंट का कोई भरोसा नहीं करेगा। बीजेपी पूर्ण बहुमत में आती है, सपा को खाता खोलना मुश्किल हो गया। इसलिए ऐसी बातें कर रही हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश ने एक्स के जरिये को कहा कि ईवीएम को लेकर एक जनमत कराने की आवश्यकता है। लोकतंत्र में जनता को सिर्फ सरकार चुनने का ही अधिकार नहीं होता, चुनने के माध्यम को भी चुनने का भी अधिकार होता है। इसी के आधार पर दुनिया के विकसित देशों ने ईवीएम के स्थान पर फिर से बैलेट पेपर यानी मतपत्र से चुनाव कराना शुरू कर दिया है। बैलेट पेपर निर्वाचन की सत्यता का पुख्ता सुबूत होता है।