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चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए बसपा बनाई ने खास रणनीति,

मायावती ने मांगी पिछले चार चुनावों की ट्रेंड रिपोर्ट
लखनऊ (यूएनएस)। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव में बसपा प्रमुख मायावती चुनावी रैलियां करेंगी। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले मायावती का सबसे बड़ा चुनावी अभियान माना जा रहा है। 6 नवंबर से शुरू होने वाली बसपा प्रमुख मायावती की चुनावी रैली मध्य प्रदेश और राजस्थान में होंगी। फिर तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में लोगों के बीच मायावती पहुंचेंगी। सियासत के जानकार मानते हैं कि 2024 चुनाव से पहले बसपा प्रमुख मायावती की 20 चुनावी रैलियां राज्यों के चुनाव में छक्। और प्छक्प्। का समीकरण बिगाड़ सकती है। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले मायावती ने चार राज्यों के विधानसभा चुनाव पर फोकस कर दिया है। इन चार राज्यों मायावती कुल 20 रैलियां करेंगी। इससे पहले बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने 2022 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में 18 मंडलों में 18 रैलियां की थी। एक जनसभा उत्तराखंड में और एक पंजाब में चुनावी जनसभा की थी। उसके बाद से उनके कहीं भी इस तरह की चुनावी सक्रियता नजर नहीं आई थी। हालांकि कर्नाटक और तमिलनाडु के साथ तेलंगाना में भी उन्होंने एक-एक जन सेवा मार्च महीने में की थी। लेकिन अब मायावती राजस्थान में 8 चुनावी जनसभाएं करेंगी। मध्य प्रदेश में भी 8 चुनावी जनसभाएं करेंगी। छत्तीसगढ़ में दो और तेलंगाना में भी दो चुनावी जनसभा मायावती करेंगी। बहुजन समाज पार्टी मध्य प्रदेश राजस्थान और छत्तीसगढ़ पहले भी विधानसभा का चुनाव लड़ती चली आई है, लेकिन मायावती ने कभी भी दो रेलिया से ज्यादा इन राज्यों में नहीं की पहली बार ऐसा है। अब मायावती यहां 8-8 चुनावी रैलियां कर रही हैं। राजस्थान में तो मायावती एक दिन में दो दो चुनावी जनसभाएं करने वाली हैं। 2014 के बाद मायावती एक दिन में एक ही चुनावी जनसभा करती चली आ रही है लेकिन अब जिस तरह से इन चार राज्यों में विधानसभा चुनाव में वो ताबड़तोड़ रैलियां कर रही हैं। उसके पीछे एक मैसेज यह भी है कि इन राज्यों की कमान उनके भतीजे आकाश आनंद के पास है। आकाश आनंद ने कई महीनों में यहां जो जमीन तैयार की है और आकाश की सियासी समझ को परखने के लिए भी मायावती इस बार वहां ज्यादा रैलिया कर रही हैं। जिससे इसका फायदा पार्टी को मिले और उसका क्रेडिट भतीजे आकाश को। क्योंकि चर्चा इस बात की भी है कि 2024 से पहले यूपी की कमान आकाश आनंद को मिल सकती है। इन रैलियों के जरिये बसपा सुप्रीमो की कोशिश ये भी होगी की वहां तैयारियों में अगर कोई कमी रह जाती है, तो उस कमी को जनसभाओं के जरिए उसे पूरा किया जा सके। बसपा प्रमुख मायावती मध्य प्रदेश और राजस्थान चुनाव में भतीजे आकाश आनंद की राजनीतिक मेहनत की चुनावी परीक्षा का भी आकलन करेंगी। बसपा प्रमुख ने आकाश आनंद को राजस्थान और मध्य प्रदेश में चुनाव की जिम्मेदारी दी है। नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार और राजस्थान में कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए सड़क पर उतर चुके हैं।

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