लखनऊ | लंबे वक्त से चल रही रार आखिरकार सुलझती नजर आ रही है। शुक्रवार को चाचा शिवपाल व भतीजा अखिलेश यादव दोनों की ओर से सुलह के संकेत दिखे। अखिलेश यादव ने चाचा और जसवंतनगर से पार्टी विधायक शिवपाल सिंह यादव की विधानसभा सदस्यता समाप्त करने की याचिका वापस लेने के संकेत दिये। सूत्रों के मुताबिक अब पार्टी इस नई परिस्थिति में आगे कदम बढ़ाने लगी है। पार्टी शिवपाल सिंह यादव सहित सपा के तमाम बागियों की सदस्यता रद्द नहीं करेगी। माना जा रहा है कि राम गोविंद चौधरी द्वारा विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष शिवपाल की सदस्यता रद्द करने की याचिका वापस लेने की तैयारी है। गौरतलब है कि अखिलेश ने कल यानि शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व में पार्टी से बगावत करने वाले तत्कालीन राज्यसभा सदस्य अमर सिंह और विधायक नितिन अग्रवाल की सदस्यता समाप्त करने की याचिका नहीं दिये जाने सम्बन्धी सवाल पर कहा था कि हम सबकी सिफारिश वापस ले लेंगे…संतुष्ट! साफ है कि अखिलेश यादव ने खुद शुक्रवार को अपने चाचा और जसवंतनगर से पार्टी विधायक शिवपाल सिंह यादव की विधानसभा सदस्यता समाप्त करने की याचिका वापस लेने के संकेत दिए। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि हमारे परिवार में परिवारवाद नहीं है, लोकतंत्र है। जो अपनी विचारधारा से चलना चाहे, वो वैसे चले। साथ ही अखिलेश ने ये भी कहा कि जो आना चाहे, हम उसे अपनी पार्टी में शामिल कर लेंगे, आंख बंद करके। अखिलेश यादव के इस बयान को संकेत माना जा रहा है कि शिवपाल यादव अगर सपा में आते हैं तो उनके लिए भी पार्टी के दरवाजे खुले हैं। वहीं शिवपाल सिंह यादव का मानना है कि परिवार में अभी भी एकता की गुंजाइश है। शिवपाल सिंह यादव से पूछा गया कि परिवार में एकता की अभी कोई गुंजाइश बची है। इस पर उन्होंने कहा कि मेरी तरफ से पूरी गुंजाइश है, लेकिन कुछ षड्यंत्रकारी (साजिशकर्ता) लोग परिवार को एक होने नहीं देना चाह रहे हैं।
Home > मध्य प्रदेश > अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल को दिया बड़ा गिफ्ट, एक साथ पार्टी में आने की सम्भावना