लखनऊ। ए एन एम प्रशिक्षण केंद्र, अलीगंज मे मलिन बस्तियों की नवीन चयनित नगरीय आशा का आठ दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण दिनांक 20 सितंबर 2019 से प्रारंभ हुआ ।इस आठ दिवसीय प्रशिक्षण में कुल 35 नगरीय आशाओं ने भाग लिया,जिसमें 21 शहरी आशा जनपद उन्नाव से थी। प्रशिक्षण के बारे में जानकारी देते हुए कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ एस के सक्सेना ने बताया कि इस दौरान आशाओं को एक दिन नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सेवा सदन का भ्रमण भी कराया गया,जहाँ प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ अंदलीब रिजवी ने नगरीय आशाओं को परिवार नियोजन के साधनों के विषय में विस्तार से जानकारी दी तथा नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध सुविधाओं तथा स्टाफ की उपलब्धता के बारे में बताया, उसी दिन आशाओं ने शीश महल बस स्टैंड, चौक की झुग्गियों का फील्ड विजिट भी किया,जहां डा.एस के सक्सेना,प्रशिक्षक हरप्रीत कपूर तथा कामिनी द्विवेदी ने आशाओं को मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य के बारे में तथा उनको होने वाली कठिनाइयों के बारे में बताया। प्रशिक्षण के अंत में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेन्द्र अग्रवाल ने सभी सफल आशाओं को प्रमाण पत्र वितरित किए। इस प्रशिक्षण में आशाओं को नियमित टीकाकरण, परिवार नियोजन ,शहरी स्वास्थ्य पोषण दिवस तथा संचारी एवं गैर संचारी रोगों के विषय में जानकारी दी गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र अग्रवाल ने आशा ओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आशाएँ स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ है जिनके बगैर कोई कार्यक्रम सफल नहीं हो सकता। आशाओ के सहयोग से ही जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना तथा टीकाकरण सफलता पूर्वक हो सकता हैं।उन्होंने बताया कि अब आशाएँ गैर संचारी रोगों जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह , स्तन कैंसर, सर्विक्स कैंसर तथा मुंह के कैंसर के रोगियों की स्क्रीनिंग(खोज) का काम भी करेंगी ।यह कार्य आशाएँ सी बैक फार्म के माध्यम से करेंगी। यहां से प्रशिक्षित होने के बाद सभी अरबन आशाएं अपने नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाली बस्तियों में कार्य करेंगीं तथा महिला आरोग्य समिति का गठन करेंगी, जिसमें 10 से लेकर 20 तक सदस्य होंगे और एक महिला उसकी अध्यक्ष होगी। आशा उसकी सचिव होगी। महिला आरोग्य समिति के खाते में प्रति वर्ष ₹5000 की राशि सरकार द्वारा भेजी जाएगी। इस खाते का संचालन अध्यक्ष तथा सचिव के संयुक्त हस्ताक्षर द्वारा किया जाएगा। इस धनराशि का उपयोग महिला आरोग्य समिति द्वारा अपने क्षेत्र की सफाई व्यवस्था ,पेयजल, शौचालय, टीकाकरण तथा शहरी स्वास्थ्य पोषण दिवस के लिए साधन जुटाने में किया जाएगा।प्रत्येक आशा के क्षेत्र मे माह मे एक बार शहरी स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस का आयोजन किया जायेगा जिस में बच्चों का टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं की जांच तथा पोषाहार का वितरण किया जायेगा।प्रशिक्षण मे भाग लेनेवाली सभी आशाओं का दो लाख रूपये का बीमा करने हेतु पंजीकरण भी किया गया।