17 जिलों में 36 हजार टीमें अभियान में होंगी शामिल, 10 फरवरी से होगा शुरू
लखनऊ। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. रमेश ने बताया कि कुल 17 जिलों में चलने वाले इस अभियान में लखनऊ समेत 10 जिलों में ट्रिपल थेरेपी दवा खिलाई जाएगी। बाकी जिलों में डबल थेरेपी दवा दी जाएगी। लखनऊ में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के प्रभारी और एसीएमओ डॉ.आरएन सिंह ने बताया कि लखनऊ में करीब 54 लाख लोगों को दवा खिलाने के कुल 4500 टीमें लगाई गई हैं। इस अभियान की निगरानी के लिए 550 सुपरवाइजर भी लगाए गए हैं। राजधानी लखनऊ में करीब ढाई हजार मरीज फाइलेरिया बीमारी से ग्रसित है। सबसे अधिक मरीजों की संख्या माल, मलिहाबाद और मोहनलालगंज क्षेत्र में है। शहरों में ऐसे मरीजों की संख्या कम है। इसके पीछे की वजह है फाइलेरिया से पीड़ित मरीजों का सामने ना आना है। इस बीमारी के उन्मूलन के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत लोगों को दवा खिलाई जाती है, जिससे उन्हें फाइलेरिया से राहत दिलाई जा सके। 10 फरवरी से लेकर 28 फरवरी तक एक बार फिर इस अभियान को चलाया जाएगा। जिसमें घर-घर जाकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने सामने लोगों को दवा खिलाएंगे। डॉ. आरएन सिंह ने बताया कि शहरी क्षेत्र में लोगों को फाइलेरिया उन्मूलन की दवा खिलाना काफी चुनौती पूर्ण होता है। यहां फ्लैट में रहने वाले और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को दवा खिलाने में अड़चने आती हैं। इसके पीछे की वजह है लोगों में जागरूकता की कमी है। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी योगेश रघुवंशी मौजूद रहे। डॉ.रितु श्रीवास्तव ने बताया कि लखनऊ में इस बार करीब 54 लाख से अधिक लोगों को दवा खिलाई जाएगा। जिसमें गंभीर मरीज, गर्भवती महिलाएं और 2 साल से कम उम्र के बच्चों को छोड़कर बाकी सभी को यह दवा खिलानी है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने सामने लोगों को दवा खिलाएंगे।