मधुबन(मऊ) तहसील क्षेत्र के गुरूम्हा गांव में दबंगों द्वारा भूमिधरी, बंजर जमीन व पोखरी पर अवैध रूप से किए गए कब्जा को मुक्त कराने के लिए मौके पर पहुंच कर मधुबन एसडीएम निरंकार सिंह तहसीलदार व मधुबन सीओ श्वेता आशुतोष अपने मय हमराहियों के साथ अवैध कब्जा को जेसीबी मशीन से हटवाया।अतिक्रमण हटाते समय दर्जनों भर महिलाएं जेसीबी मशीन के सामने खडी़ होकर कार्य को बाधीत करना चाहि तो मौके पर मौजूद मधुबन सीओ श्वेता आशुतोष ने महिलाओं को समझा बुझाकर मामला शांत करवा कर अतिक्रमण हटाया गया। एक परिवार की पीड़ित महिलाएं अरसे से न्याय की गुहार लगाती आ रही हैं।जिसका आज उवारां निवारा हुआ। न्याय न मिलते देख सोमवार से तिसरी बार पुन: पीड़ित महिलाएं बच्चों सहित तहसील परिसर में आमरण अनशन पर बेठी थी। अनशन पर बैठी महिलाओं ने चेताया था कि जब तक न्याय नहीं मिलेगी अनशन जारी रहेगा ।जिसका आज गुरुवार को न्याय मिला। क्षेत्र के गुरूम्हा गांव भूमि आराजी नं. 283 रकबा 0.259 हेक्टेयर संतदेव आदि के नाम से है। जबकि 283 में 0.064 हेक्टेयर पड़ोही आदि के नाम व इसी आराजी में 0.091 हे.बंजर, 0.149 हेक्टेयर पोखरी व 0.040 हेक्टेयर ग्रीशचन्द आदि के नाम दर्ज है। इसमें पीड़ित संतदेव के हिस्से की भूमिधरी, बंजर, पोखरी पर गांव के पड़ोसी, सुबाष, सुब्बा, राजेन्द्र, गुलाब उदयभान, विजयभान ने अवैध रूप से कब्जा कर लिए हैं। मामले को लेकर संतदेव की पत्नी सरोज ने उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई थी। बावजूद इसके दबंगों के उपर कोई कार्रवाई नही की थी। न्याय न मिलने से क्षुब्ध सरोज देवी, रेनू सिंह ने अपने बच्चों में कु. तनु (10),आर्यन (12), कु.रीतिका (10) के साथ सोमवार से तिसरी बार पुन: ठंड के बीच तहसील परिसर में आमरण अनशन पर बैठीं थी। अनशनकारी महिलाओं ने चेतायी थी कि न्याय न मिलने पर आत्मदाह के लिए बाध्य होना पड़ेगा।