विरेन्द्र प्रजापति
मधुबन(मऊ)-स्थानीय तहसील मुख्यालय पर सोमवार की सुबह किसानों ने सूखा से प्रभावित जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर दिया धरना। उत्तर प्रदेश का सबसे पिछङा जिला जहां बुनियादी सुविधाओं से आज तक वंचित है। वही इस वर्ष पर्याप्त बारिश न होने से किसानों के खरीफ की फसलों का उत्पादन प्रभावित हुआ है। बरसात के सीजन मे महज तैंतीस प्रतिशत बारिश रिकार्ड किया गया है। बावजूद इसके जिले को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया गया। जिसके चलते किसानो की फसल की अच्छी पैदावार पानी के अभाव में नहीं हो पाई है। इसको लेकर सोमवार को खेतों मे सूखे जैसी स्थिति से किसानों की गाढ़ी कमाई बर्वाद हो गई है। किसानों की समस्या को लेकर प्रगतशील किसान मंच के तत्वाधान में सोमवार को किसानों ने तहसील मुख्यालय पर पहुंचकर धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग किया। बाद में किसानों ने मांग से सम्बंधित पत्रक तहसीलदार को दिया। किसान बेहाल हो गए थे। सरकार की ढूलमूल नीति से परेशान होकर किसान प्रगतिशील किसान मंच के बैनर तले जिला मुख्यालय से लेकर तहसीलों पर धरना प्रदर्शन कर रहे है। समूचे जिले को सूखाग्रस्त घोषित कराने की मांग करते मधुबन तहसील पर किसानो ने किया धरना प्रदर्शन तथा तहसीलदार सुभाषचन्द यादव को पत्रक दिया। वहीं किसान नेता राकेश सिह ने बताया कि जनपद कि चारोंअ तहसील पर धरना किया जायेगा। इसके बाद भी सुनवायी नही हुयी तो जिला मुख्यालय पर जबरदस्त आन्दोलन किया जायेगा।