बेल्थरा रोड(बलिया)-उभांव थाने में मुकदमा वादी संजय कुमार पुत्र सुदामा राजभर की ओर से दर्ज रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को मृतका पुष्पा देवी को लेकर ग्राम की एक आशा बहू उक्त नर्सिंगहोम पर लेकर गयी थी और वहां पैथालोजी में अल्ट्रासाउण्ड कराने के बाद कहा गया कि बच्चा ठीक है। एक घंटे में डिलेबरी हो जायेगी। समय बीतने पर कहा गया कि इसका आपरेशन करना पड़ेगा। तत्पश्चात नसिंगहोम का चिकित्सक ने दिन में करीब तीन बजे उसके पेट का आपरेशन कर दिया जहां बच्चा मृत पाया गया। इसके बाद महिला की हालत खराब होने लगी और डाक्टर ने मऊ ले जाने की सलाह देकर रेफर कर दिया। लेकिन मऊ ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी। तहरीर में डाक्टर की डिग्री को फर्जी भी करार दिया गया है। आरोपी चिकित्सक व आशा बहू फरार, नर्सिंग होम पर लटकता मिला ताला। पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही तत्काल आरोपी नर्सिंगहोम पर छापा मारा लेकिन पता चला ताला बन्द कर आरोपी चिकित्सक फरार हो चुका है। मौके पर जिस मकान में यह नर्सिंगहोम खुला था वहां कोई नर्सिंगहोम का बोर्ड नही पाया गया। आशा बहू के घर पर भी ताला लटका मिला। ऐसा भी पता चला है कि आरोपी नर्सिंगहोम का चिकित्सक बलिया स्वास्थ्य विभाग में तैनात एक कार्यालय लिपिक का बेटा है। जिसके बल पर स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत से वह यहां कुछ ही दिनों से धड़ल्ले से अपना नर्सिंगहोम चला रहा था। भाजपा ने सीएमओ को इस फर्जी नर्सिंगहोम के खिलाफ आवेदन दिया था। स्थानीय नगर के भारतीय जनता युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष नीरज तिवारी ने विगत् 7 अगस्त को ही यहां सीएचसी पर पहुंचे सीएमओ एसपी राय से मिलकर इस फर्जी नर्सिंगहोम व फर्जी डीग्री वाला डाक्टर के खिलाफ आवेदन पत्र देकर तत्काल बन्द कराने की मांग की थी। लेकिन सीएमओं साहब के मिली भगत से ही तो यह फल फुल रहा था अस्पताल नहीं तो फर्जी नर्सिगंहोम की फर्जी डाक्टर की डिग्री होने के बावजूद शिकायत करने पर भी साहब की नजर नहीं पडा कही सीएमओ साहब आप की रहम कर्म पर ही तो यह चल रहा था अस्पताल सब कुछ गलत होने के बाद भी प्रशासनिक स्तर पर इसकी अनदेखी की गयी। काश ! यदि तत्काल कार्यवाही हो गयी होती तो हो सकता था मृतका की जान बच सकती थी।
संजीव उर्फ उमेश बाबा ब्यूरो चीफ बलिया