सुरेश कुमार तिवारी
गोंडा। कहोबा चौराहा, ग्राहक एक देवता समान होता है की जमीनी हक़ीक़त बैंकों में कुछ और ही देखने को मिलता है जहां अपना ही पैसा निकालने व जमा करने वाले ग्राहकों को अपमानित होना पड़ रहा है। ग्राहकों की सेवा हेतु चयनित शाखा प्रबन्धक अपने वातानुकूलित कमरे में बैठकर आराम से चाय की चुस्की लेते हैं और ग्राहक महिला व पुरुष बैंक के बाहर जमीन पर बैठकर अपनी गरीबी को कोसते हैं। मामला हलधरमऊ परिसर स्थित इंडियन बैंक(इलाहाबाद बैंक) में देखने को मिला जहां देवता समान ग्राहक निकासी सेवा उपलब्ध न होने से जमीन पर बैठकर प्रतीक्षा करते हुए पाए गए। लगभग बारह बजे दिन में बैंक के भीतर कुर्सियां खाली पड़ी रही और ग्राहक बैंक के बाहर जमीन पर बैठकर बैंक का शोभा बढ़ाते रहे। पूछने पर ड्यूटी पर तैनात सिक्योरटी गॉर्ड ने बताया कि अभी गोण्डा से पैसा नही आया है इसलिए ग्राहकों को बाहर बिठाया गया है। आपको बता दें कि बैंक अपने निर्धारित समय 10 बजे खुल जाता है परन्तु नगदी की समस्या अक्सर बनी रहती है। बैंक खुलने के बाद वहां का स्टाफ नगद लाने गोण्डा रवाना होता है और लगभग एक बजे से ग्राहकों को भुगतान की प्रक्रिया शुरू की जाती है और सायं चार बजे से ग्राहकों को भुगतान बंद कर दिया जाता है। बैंक के बाहर बैठे खाताधारकों ने बताया कि जब से योगी सरकार बनी है तब से मनमानी इस क़दर हावी हो चुकी है कि बैंक सहित अन्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा शोषण किए जाने से क्षेत्र की जनता को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। इस संबंध में जब शाखा प्रबन्धक से जानकारी लेनी चाही गई तो पता चला साहेब एक बड़े अधिकारी के साथ मीटिंग में व्यस्त हैं।