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गांव की बेटियों ने पेड़ो को बचाने के लिए एक अनोखा युद्ध छेड़ा

बेटियों ने पेड़ों को बचाने के लिए एक अनोखा युद्ध छेड़ दिया है

बेटियों ने पेड़ ना काटने देने का एक अनोखा तरीका इजाद किया है

अजीजुद्दीन सिद्दीकी
मनकापुर गोंडा। मुजेहन स्थानीय विकास खंड में गांव की बेटियों ने पेड़ो को बचाने के लिए एक अनोखा युद्ध छेड़ दिया है।यूपी के गोंडा में गाँव की बेटियों ने पेड़ न काटने देने का एक अनूठा तरीका ईजाद किया है।जिससे लोग आस्था व दहशत में पेड़ो को न काटें।उन्होंने गाँव के पेड़ो में पेण्ट से भगवान के प्रतीक चिन्ह बनाये हैं।पर्यावरण की रक्षा के लिए किसी में डमरू तो किसी में त्रिशूल व किसी में चक्र शिवलिंग बनाकर इन बेटियों ने बेहद अनूठा प्रयास किया है।धानेपुर थानाक्षेत्र के पंडितपुरवा निवासिनी रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से पुरस्कृत जूली पांडेय व उनकी टीम ने अपने गाँव व आसपास में इसकी शुरुआत कर दी है।जूली ने बताया की पेड़ लगाने की अपेक्षा काटे ज्यादा जा रहे है।इसीलिए उनकी टीम ने पेड़ो को बचाने के लिए पेड़ो पर भगवान के प्रतीक चिन्ह बनाये है ताकि इस दहशत से लोग पेड़ो को न काटें।उनका कहना है कि पितृपक्ष में वह अपने पूर्वजों से यह वादा कर रही हैं कि उनके लगवाए गए पेड़ों को वह कटने नहीं देंगी।पर्यावरण की रक्षा के लिए गाँव की बेटियों ने कमान संम्भाल ली है।यह शानदार तस्वीर देखने के लिए आपको गोंडा के मुजेहना ब्लाक के पंडितपुरवा गाँव की टेढ़ी मेढ़ी पगडंडियों को पार करके आना पड़ेगा।जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से पुरस्कृत व देवी अवॉर्ड्स,स्वाभिमान एवार्डस से सम्मानित जूली पांडेय ने अपनी टीम की सहेलियों के साथ पितृपक्ष में यह अनूठी मुहिम गाँवों में छेड़ रखी हैं।उनकी टीम में रोहिणी पांडेय,सुधा पांडेय, मीना,पूजा,रोशनी,कीर्ति,तनु, कशिश,उपासना,पूनम आदि सहेलियां उनका साथ दे रही हैं।टीम का मानना है की जब पेड़ों पर भगवान के प्रतीक चिन्ह बने रहेंगे तो लोग दहशत में पेड़ों को नहीं काटेंगे।बहरहाल अब देखना होगा कि इन बेटियों की यह मुहिम कितनी रंग लाती है।

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