लोक लाज बचाने के लिए जंगल में फेंका गया नवजात शिशु
सुरेश कुमार तिवारी
कहोबा चौराहा गोंडा। उक्त घटना थाना क्षेत्र मोती गंज के बिद्यानगर के निकट रेडौरा जंगल का है जहां एक नवजात शिशु को जन्मोपरांत किसी महिला ने रेडौरा जंगल में सड़क मार्ग से थोड़ी दूरी पर झाड़ियों की झूरमुट में डाल गई। लोग समझ भी ना पाते लेकिन तड़के लोगों को बच्चे की रोने की आवाजें हल्की हल्की आ रही थी।जिसे सुनकर लोग उस दिशा में गये देखा एक नवजात जो कांटों के बीच पड़ा हुआ था इस बात की चर्चाओं का बाजार गर्म हुआ और मौके पर सैकड़ों लोग जमा हो गए।जितनी मुंह उतनी तरह तरह की बातें। लोग ऐसी निर्मोही को अनाप-शनाप कहते हुए धिक्कार रहे थे। महिलाओं तथा कुछ अन्य लोगों ने किसी तरह बच्चे को झाड़ियों व कांटों के बीच से निकाला इस बात की सुचना थाने पर दी सुचना मिलते ही थाना अध्यक्ष अरविंद कुमार हमराही पुलिस के साथ मौके पहुंचे। थाना अध्यक्ष ने तत्काल नवजात शिशु को सीएचसी काजीदेवर लेकर गये जहां प्राथमिक उपचार के बाद शिशु को जिला अस्पताल के लिए रिफर कर दिया गया। बच्चे के जंगल में मिलने की सूचना पर आसपास के गांव के लोग देखने के लिए जुट गए फिलहाल यह बच्चा कहां से लाकर यहां पर फेंका गया यह भी सवालों के घेरे में है