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एक शाम स्व0 महाराजा धर्मेंद्र प्रसाद सिंह के नाम आल इंडिया मुशायरा एवं कवि सम्मेलन का शानदार आयोजन-

बलरामपुर।तुलसीपुर नगर के स्वतंत्र भारत इंटर कालेज प्रांगण में 29 अक्टूबर को आल इंडिया मुशायरा एंव कवि सम्मेलन का आयोजन शायर अकमल बलरामपुरी द्वारा किया गया।जिसमें फिल्मी दुनिया के नामवर सितारे फ़िल्म एक्टर फ़िरोज़ खान अर्जुन मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे।पूर्व नगर अध्यक्ष फ़िरोज़ खान पप्पू की अध्यक्षता में मुशायरा व कवि सम्मेलन का आगाज हुआ जो सुबह 4 बजे भोर तक चला।मुशायरे के चीफ गेस्ट फ़िल्म एक्टर फिरोज खान अर्जुन को मुशायरा व कवि सम्मेलन में आये हुए मेहमान अतिथियों डॉ इश्तियाक अहमद,शफीक खां प्रमुख,पूर्व नगर अध्यक्ष फ़िरोज़ पप्पू,मुशीर पप्पू शफीक खां प्रमुख, नगरपालिका अध्यक्ष प्रतिनिध शाबान अली,डॉ गयासुद्दीन,अख्तर हुसैन खान आनंदसिंह अन्नू,शाहिद खान प्रधान,हारून खां कमालुद्दीन खान आदि ने अंग वस्त्र देकर एक्टर फ़िरोज़ खान अर्जुन का स्वागत किया।
फ़िल्म एक्टर फिरोज खान अर्जुन ने “आने से उसके आये बहार जाने से उसके जाए बहार-बड़ी मस्तानी है मेरी महबूबा का गीत सुना कर मुशायरे की महफ़िल में चार चांद लगाकर मंत्रमुग्ध कर किया।मुशायरे के आयोजक अकमल बलरामपुरी ने मुशायरे में आये हुए मेहमानों और दर्शकों का आभार व्यक्त किया और अपने कलाम से युवाओं को उनके मुस्तकबिल के लिए दो आशार पढ़कर खूबसूरत सन्देश दिया।हाशिम फिरोजाबादी ने मुशायरे की महफ़िल को उरूज पर लाते हुए देश प्रेम पर एक खूबसूरत शेर पढ़ा।
और क्या चाहिए एक बदन के लिए
ये तिरंगा बहुत है कफ़न के लिए
सरहदों पर हमें भेजकर देखिये
जान दे देंगे हम भी वतन के लिए
रंजना सिंह हया ने खूबसूरत गजल पढ़ा
तेरा तनमन गुलाब कर डाला,पूरा दरिया शराब कर डाला,दिन में मिलने की बात थी तुम स चांद को आफताब कर डाला,
विकास बौखल ने 100 डायल को 112 करने पर तंज़ करते हुए कविता पढ़ी –
सौ मा काम करे सौ नम्बर अब महंगे मा जाइहौ
बारह रुपया और मिलैहौ अब तब छुट्टी पईहौ..
सुहैल आज़ाद मालेगांव ने अपने आशार में पढ़ा कि
ना हीरे मोती से और न कोई ख़ज़ाने से ,सुकून मिलता है सजदे में सर झुकाने से
अमीरे शहर की चौखट ज़लील करती है,दुआएं मिलती हैं सबको गरीब ख़ाने से
गुले सबा ने खूबसूरत ग़ज़ल पढ़ते हुए कहा कि
अब तेरे नाम से हर दर को सजा रक्खा है,कब तू आएगा ये अरमान लगा रक्खा है।
युसुफे मिसल ज़माने में नहीं अब कोई,क्यों मुझे फिर यूं जुलेखा सा बना रक्खा है।
चांदनी शबनम ने भी महफिले मुशायरा में ग़ज़ल पढ़कर महफ़िल को मंत्र मुग्ध किया।
संचालक मुजाहिद हसन व तमाम शायरों और शायराओं अपने अपने नातिया और इश्किया कलाम से महफ़िल को मंत्रमुग्ध किया।
मुशायरे की अध्यक्षता कर रहे फ़िरोज़ पप्पू व आने वाले शायर और शायराओं ने आयोजक शायर अकमल बलरामपुरी को शानदार मुशायरे के आयोजन पर बधाई व मुबारक बाद दिया और इसी तरह आयोजन करने के लिए शायर अकमल बलरामपुरी का हौंसला बढ़ाया।मुशायरा व कवि सम्मेलन आयोजन अवसर पर फ़िरोज़ खान पप्पू शायर अकमल बलरामपुरी मुशीर पप्पू मोहम्मद जहांगीर,अफ़रोज़ खान,आनंद कुमार सिंह अन्नू,डॉ इश्तियाक,डॉ गयासुद्दीन,शफीक खान ब्लॉक प्रमुख, अध्यक्ष प्रतिनिध शाबान अली,शाहिद खान प्रधान,हारून रशीद,कमालुदीन खान,इरफ़ान अहमद शनने,आदि सहित सुरक्षा व्यवस्था में लगे थाना प्रभारी वकील पांडेय,सभाजीत सिंह,सुरेश वर्मा, चन्द्रेश कुमार व पुलिस टीम उपस्थित रहे।रिपोर्टर।इकबाल खान

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