मधुबन(मऊ)-स्थानीय तहसील क्षेत्र के पांती गांव में सोमवार की दोपहर लाखों के राजस्व बकाया को लेकर उपजिलाधिकारी व तहसीलदार ने दो राइस मिल मालिकों के यहां छापा मारकर राइस मिल की कुर्की की कार्रवाई के तहत सील कर दिया। और इसके बाद मौके से कुछ सामान एक ट्रेक्टर,दो बाईक आदि उठाकर तहसील मे ले आये। उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में पहुंची राजस्व संग्रह टीम की इस कार्यवाई से राइस मिल मालिकों में हड़कंप मचा रहा। मिल मालिको ने इस कार्यवाई को गलत बताते हुए कोर्ट जाने की बात कही। बकायादारो के खिलाफ सख्त कार्यवाही किए।
तहसील क्षेत्र के पांती गांव निवासी उमाशंकर का गांव में तथा नागेंद्र मल्ल की राइस मिल मधुबन में स्थित है। जो न्यायालय में विवाद के चलते वर्षों से बन्द पड़ी है। उपजिलाधिकारी निरंकार सिंह की माने तो उमाशंकर के ऊपर राजस्व का एक करोड़ दो लाख 88 हजार 33 रूपए तथा नागेन्द्र मल्ल की मधुबन में संचालित राइस मिल पर 62 लाख 67 हजार 560 रूपए राजस्व का बकाया काफी दिनों से चल रहा था। जिसकी वापसी इन लोगों द्वारा नही की जा रही थी। जिसके तहत सोमवार को उपजिलाधिकारी निरंकार सिंह व तहसीरदार हरिश्चन्द्र त्रिपाठी के नेतृत्व में पहुंची राजस्व टीम ने दोनों राइस मिलों को सील कर कुर्की की कार्रवाई किया। इसके तहत उमाशंकर के यहां से एक ट्रैक्टर सहित चार ट्रक की कमानी व अन्य सामान तथा नागेन्द्र मल्ल के यहां से दो बाइक जब्त किया गया। इस दौरान मौके पर अफरा-तफरी मची रही। इस संदर्भ में उपजिलाधिकारी निरंकार सिंह ने बताया कि राजस्व बकाए को लेकर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मिल मालिकों के यहां कुर्की की कार्रवाई की गई है। इसके बाद भी अगर राजस्व बकाया राशि जमा नहीं किये तो अचल संपत्ति का भी कुर्क किया जाएगा।जबकि मिल मालिक नागेंद्र मल्ल व उमाशंकर ने बताया कि हम लोग सरकारी धान की कुटाई करके सरकार को दिए है।जिसका वाजिब भुगतान नही होने के कारण हम लोग उच्च न्यायालय की शरण मे गए है।जिसमे मामला विचाराधीन है।कोर्ट के निर्देशानुसार हम लोगों ने पैसा भी जमा किया है। हम इस कार्रवाई के खिलाफ कोर्ट जाएंगे।