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25 अक्टूबर के बाद ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त न कराने वाले ग्राम पंचायत अधिकारियों के विरुद्ध होगी कड़ी कार्यवाही

रिपोर्टर संदीप
बलरामपुर 31अक्टूबर तक हर हाल में जिले को खुले में शौचयुक्त करने के लक्ष्य को देखते हुए अधिकारियों के हाथ पांव फूले हुए है,जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक में स्पष्ट निर्देश दिया कि दिन रात कार्य करे जिन ग्राम पंचायतों का लक्ष्य अधिक है| रात भी वही गुजारे अधिक से अधिक मिस्त्री लगवाकर काम पूरा करे बजट की कोई कमी नही है। समीक्षा बैठक में सत्यापन करने गए अधिकारियों की रिपोर्ट में कई शौचालय खराब स्थित में पाए गए | कई ग्राम पंचायतों के ग्राम पंचायत अधिकारी व प्रधान स्वच्छ भारत निर्माण के प्रति लापरवाह है जिसके कारण जनपद लक्ष्य से पीछे है। नाराज जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि लक्ष्य के सापेक्ष कम प्रगति पाए जाने वाले व फ़ोटो अपलोडिंग में कम प्रतिशत वाले ग्राम पंचायत अधिकारियों को निलंबित व 25 अक्टूबर के बाद ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त न कराने वाले ग्राम पंचायत अधिकारियों व ऐ डी ओ पंचायत के विरुद्ध निलबन व बर्ख़ास्तकी, स्वेचिक रिटारमेंट की कार्यवाही व बीडीओं के निलंबन की कार्यवाही करे। वही जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने ग्राम पंचायतों के ग्राम पंचायत अधिकारी व प्रधानों के साथ सम्पर्क में रहते हुए पंचायतों को खुले से शौचमुक्त कराना सुनिश्चित करे | जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को निर्देश देते हुए कहा कि ग्राम प्रधानों को शौचालय निर्माण में सहयोग करने के लिये जागरूक करे। ग्राम प्रधानों का शौचालय निर्माण में उचित सहयोग न देने की शिकायतें मिल रही है। बैठक में सीडीओ कृतिका ज्योत्स्ना,एडीएम वित्त व राजस्व अरुण कुमार,सीएमओ डॉ घनश्याम सिंह,डीडीओ गिरीश चंद्र पाठक,जीसी मनरेगा,एसडीएम सदर अरुण कुमार गौड़ व समस्त जनपद स्तरीय नोडल अधिकारी मौजूद रहे।

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