बेल्थरारोड (बलिया)। केंद्र व प्रदेश सरकार भले ही योजनाओं के धरातल पर उतारने का दंभ भर रहा हो लेकिन प्रशासनिक अमला सरकारी आदेशों की अवहेलना कर बेपरवाह बना हुआ है। उसे मूर्त रूप देने में खूब पलीता लगा रहा है। नगर स्थित रोडवेज की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री के पोर्टल पर समाजसेवी मोहन प्रसाद मद्धेशिया द्वारा की गई शिकायत के एवज में विभाग ने निस्तारित दिखा दिया है जबकि मौके पर पहले वाली स्थिति ही बनी हुई है। 19 दिसंबर को मैसेज आया है कि उक्त मामला निस्तारित कर दिया गया है। यह मामला समाजसेवी व मध्येशिया वैश्य सेवा समिति के अध्यक्ष मोहन मद्धेशिया द्वारा मुख्यमंत्री के पोर्टल दर्ज कराई गई थी। मुख्यमंत्री पोर्टल पर 13 दिसंबर को आवेदन पत्र 400193 180 33690 के माध्यम से शिकायत की गई। जिसे सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी परिवहन विभाग बलिया को अग्रिम कार्यवाही हेतु प्रेषित कर दिया गया। इस संबंध में विभाग ने खानापूर्ति करते हुए पोर्टल पर इसे निस्तारित दिखा दिया जबकि मामला ज्यों का त्यों पड़ा हुआ है। समाजसेवी ने लिखा था कि बस स्टेशन परिसर में शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से यात्रियों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। स्वच्छ भारत मिशन के तहत जहां सरकार हर घरों में शौचालय बनवाने के लिए कुछ धनराशि देकर प्रोत्साहित कर रही है, वहीं सार्वजनिक स्थल होने के बावजूद बस स्टेशन परिसर में शौचालय की व्यवस्था ही नहीं है। जबकि यहां से प्रतिदिन हजारों की संख्या में यात्रियों का आवागमन होता है। इस बीच आवश्यकता महसूस करने पर बच्चों, बुजुर्गों व महिलाओं को काफी परेशानियां उठानी पड़ती हैं। जिससे वे अपने को काफी असहज महसूस करने लगते हैं। उधर परिसर में बना पेशाब घर पाइप विहीन है। जिसके कारण यह परिसर में पश्चिमी गेट पर गड्ढे में जमा होता है जो जलाशय का पर्याय बन गया है। इसके मच्छरों के लार्वा विकसित हो रहे हैं। जिससे आसपास मच्छरों का आतंक दिन रात बना रहता है। उक्त गंदे जल की सड़न से उठ रही दुर्गंध संक्रामक बीमारियों को खुली दावत दे रही है। मुख्यमंत्री को पोर्टल के माध्यम से परिसर में सार्वजनिक सुलभ शौचालय बनवाने एवं परिसर की खाली जमीन पर पर्यावरण संरक्षण के लिए सघन पौधरोपण कराने की मांग की थी।
रिपोटर संजीव उर्फ उमेश बाबा ब्यूरो बलिया