गोण्डा से आशीष वर्मा की रिपोर्ट
गोंडा। मंगलवार देर रात डीएम कैप्टेन प्रभान्शु एसपी के साथ तहसील कर्नलगंज अन्तर्गत बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बाढ़ पीड़ितों का हाल जानने तथा उन्हें दी जा रही सुविधाओं की हकीकत देखने के लिए प्रभावित गांव में पहुंच गए।
लगभग आधी रात को बाढ़ पीड़ितों के बीच डीएम को देखकर राहत कार्यों में लगे अधिकारी सकते में आ गए। डीएम ने सीडीओ, एडीएम, सीएमओ, एसडीएम, तहसीलदार तथा अन्य अधिकारियों के साथ रात में बाढ़ पीड़ितों के बीच गए और उनसे सीधे संवाद दिया तथा उन्हें दी गई राहत सहायता के बारे में पूछा। बाढ़ प्रभावित गावों का दौरा करने के बाद डीएम ने पाल्हापुर बाढ़राहत कैम्प पर सभी अधिकारियों तथा बाढ़ प्रभावित गांवों के ग्राम प्रधान व राहत कार्य में लगे वालेन्टियर्स के साथ बैठ की। बैठक के दौरान सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे बा़ढ प्रभावित एक मजरे में स्वयं जाएं तथा यदि कोई भी पीड़ित राहत कैम्प में विस्थापित न हुआ हो तो उसे तुरन्त राहत कैम्प में शिफ्ट कराएं। इसके अलावा प्रभावित लोगों को हर सम्भव मदद दिए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि खाद्य सामग्री, पालीथीन, माचिस, पशुओं के भूसा, मोमबत्ती, दवाइयां व अन्य सभी आवश्यक वस्तुएं पहंुचाते रहने के निर्देश दिए। उन्होने राहत कार्य में लगे अधिकारियों को निर्देश दिए कि राहत कार्य में वे स्वयं सतत निगरानी बनाए रखें और हर पीड़ित को राहत सहायता मिले इसकी प्रबन्ध सुनिश्चित कराएं। उन्होने कहा कि वे स्वयं इसकी मानीटरिंग कर रहे हैं इसलिए किसी भी स्तर पर लापरवाही की शिकायत मिलने पर कठोर कार्यवाही होगी।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक लल्लन सिंह, सीडीओ अशोक कुमार, एडीएम रत्नाकर मिश्र, सीएमो डा0 संतोष श्रीवास्तव, एसडीएम करनैलगंज गुलाम सरवर, सीओ करनैलगंज जटा श्ंाकर राव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी आर0पी0 यादव सहित अन्य सभी सम्बन्धित अधिकारी, वालेन्टियर्स, ग्राम प्रधान, लेखपाल व अन्य मौजूद रहे।