म्योरपुर। स्थानीय कस्बे में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं को महिला हिंसा और बाल संरक्षण के मुद्दे पर बुधवार को बैठक प्रशिक्षित किया गया।एक कार्यक्रम के दौरान उन्हें जागरूक करने के साथ छेड़खानी, अश्लील हरकतों के विरोध में खुलकर बोलने की सलाह दी गई।प्रशिक्षक यज्ञ नारायण भाई तथा मास्टर ऑफ सोशल वर्क की शोध छात्रा संगीता मुखर्जी ने कहा कि लड़कियों और महिलाओं के साथ हिंसा की शुरुआत घर और रिश्तेदारों से भेदभाव से शुरू हो जाती है और सहने की आदत डाली जाती है।यह मानसिक यातना तभी बदलेगी जब विरोध शुरू करें। दोनों वक्ताओं ने बाल विवाह एक अपराध, बाल श्रम, दहेज उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर 100 नंबर और 1090 नंबरों की मदद लेने का आह्वान किया।कहा कि मां-बाप को भी इस समस्या से अवगत कराएं, साथ ही चर्चा करें।कहा कि 18 वर्ष से पहले किसी भी सूरत में शादी नहीं करना है, यह अभी से मन में बैठा ले और ऐसा होता है तो विरोध करें तथा बाल संरक्षण अधिकारी से संपर्क करें।इस मौके पर केवला प्रसाद, ममता पांडे समेत विद्यालय की अन्य शिक्षिकाएं मौजूद रही