अलीगढ़। देशी शराब के सरकारी ठेके पर अवैध जहरीली देशी शराब की सप्लाई करने बाले शराब माफियाओं को खैर पुलिस ने कडी मस्कत के बाद पकड लिया। गुरुवार की शांम को ककौला गांव व करसुआ गांव के पास स्थित देशी शराब के ठेके से खरीदी गई शराब को पी कर अबतक दर्जनो लोगो की जान जा चुकी है तथा कई दर्जन लोग शराब को पीकर बीमार है। ठेके पर जहरीली नकली शराब बना कर सप्लाई की जा थी। शराब पीकर मरने के मामले में प्रकाश में आये कुछ शराब माफियाओं को पुलिस ने उठाया जिन्हे शनिवार को जेल भेज दिया गया है। एसएसपी कालीनिधि नैथानी के दिशा निर्देशा अनुशास खैर कोतवाली के इस्पेक्टर प्रवेश कुमार के द्वारा अपनी टीम के साथ थाना गोडा क्षेत्र के ग्रांव धारा गढी निवासी शराब माफिया अनिल चैधरी पुत्र करन सिंह को टैटीगांव रोड से अवैध शराब की पेटी के साथ पकड है तथा दुसरे अभियुक्त अंजय पुत्र वीरपाल लोथा निवासी को ककोला गांव के पास से पकडा है जिसके पास से एक पेटी शराब बरामद हुई है। मुकदमे में नामित अभियुक्त नरेन्द्र ठाकुर पुत्र दिगपाल निवासी लोथा को लोथा पुलिस के द्वारा पकड है जो की ककोला गांव पर स्थित देशी शराब के ठेके का संचालक था। खैर कोतवाली पुलिस के द्वारा शनिवार को सभी अभियुक्तो को जेल भेज दिया है।
पुलिस पुछताछ में शराब माफिया अनिल चैधरी ने बताया वह 15 वर्षो से इस शराब के कारोबार को कर रहा है। पहले अनिल चैधरी के पास एक दो ठेके हुआ करते थे लाभ होने पर अनिल चैधरी ने अपने रिस्तेदारो एवं दोस्तो के नाम से भी ठेका लेने शुरु कर दिया। शराब माफिया अनिल चैधरी का एक कोल्ड स्टोर भी कस्वा गौण्डा क्षेत्र में है। सरकार की आबकारी निती इतनी जटिल है कि यदि इमानदारी से काम किया जाये तो बहुत ज्यादा लाभ नही मिलता है। इस लिये हमे इधर उधर से सस्ती शराब मंगाकर देहात क्षेत्र एवं मलीन बस्ती वाले क्षेत्रो पर सप्लाई कराते है। जितना फायदा शराब के कारोबार में है इतना किसी और कारोबार में नही है। मेरे इस कारोबार में नरेन्द्र ठाकुर पुत्र दिगपाल नि0 लोधा, ओमवीर उर्फ विपिन यादव पुत्र ओसान सिहं नि0 हिन्दूपुर थाना किसनी जनपद मैनपुरी का विशेष योगदान रहता है। क्योकि विपिन उर्फ ओमवीर नकली शराब बनाने का एक्सपर्ट है। तथा नरेन्द्र उससे शराब लेकर सप्लाई कराता है व कपिल शर्मा पुत्र स्व0 सत्यदेव शर्मा नि0 तेहरा थाना खैर भी इस काम में नरेन्द्र का सहयोग करता है तथा अपमिश्रित शराब की बिक्री से हम लोगो को अधिक लाभ मिलता है। उसमें हम लाईसेंस धारको को भी हिस्सा देते है। क्योकि ठेका इन्ही के नाम से होता है। शराब माफिया अनिल चैधरी पर लगभग चार मुकदमे दर्ज है तथा पकडे गये अन्य आरोपी नरेन्द्र व अजय पर एक-एक मुकदमा दर्ज है।