टेढ़ा बनियाडंडी मार्ग सम्पर्क मार्ग में ठीकेदार के द्वारा घटिया सामग्री उपयोग को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन
आरोप कि उक्त मार्ग लोकल पहाड़ियों से तोड़कर डाला जा रहा सोलिंग।सड़क बनाने में बाल श्रमिक भी लगाए गए।
आरोप की साइट पर नहीं पहुँचते जेई व एक्सइएन।
विष्णु गुप्ता
सोनभद्र टेढ़ा गांव ।यूँ तो सूबे में आई भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री तो प्रतिदिन अधिकारियों को सुधरने का निर्देश दे रहे है लेकिन सोनभद्र के सड़क निर्माण से जुड़े विभाग के अधिकारियों के कानों में जू तक नही रेंग रहे।आये दिन विभिन्न समाचार पत्रों में सड़कों के घटिया निर्माण की ख़बरे लगती रहती है ।लेकिन एक अधिकारी का कहना था कि हमलोग अखबार की खबरों को दिन के चाय पर पढ़कर रात की सिगरेट की धुओं में उड़ा देते है।
सर्वविदित है कि भाजपा सरकार के गठन के बाद से अधिकारी और मनमानी कर रहे है।एक खबर जाँच भी गठित हुई तो एक ठीकेदार ने कहा कि एक जेई के खिलाफ घटिया कार्यो को लेकर एक जेई कभी नहीं लिख सकता बस जाँच में जो जेई आते है खर्चा पानी लेकर चले जाते है।बता दे कि जब जाँच में आते और मनमाना जाँच और मनगढ़त रिपोर्ट रिपोर्ट लगा देते है।
गुरुवार को ब्लाक क्षेत्र के टेढ़ा गांव में ग्रामीणों उग्र प्रदर्शन कर पी डब्लू डी विभाग द्वारा नए प्रस्तावित सड़क जिसकी लम्बाई 700 मीटर है।टेढ़ा बनियाडंडी संपर्क मार्ग में घटिया सामग्री को लेकर स्थानीय लोगों ने जमकर प्रदर्शन किये पीडब्लूडी विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ।ग्रामीणों में सुकरुल्लाह ,कलामुद्दीन,हिरामन सिंह,मनबोध सिंह,यार मोह्हमद, महमूद आलम,मेराज अली,जाकिर हुसैन आदि ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह मार्ग 70 लाख रूपये से बनाया जा रहा है और इसमें लोकल पहाड़ियों से सोलिंग तोड़कर डाला जा रहा है।जो हल्की चोट पर भी टूट जा रहा है। तथा यह भी आरोप लगाया कि कार्य में बाल मजदूरो को भी कार्य में लगाया गया है।और उच्च स्तरीय जाँच की मांग की है।उधर सामाजिक कार्यकर्त्ता व पूर्व जिला महामंत्री दिनेश अग्रहरि व पीयूसीएल मानवाधिकार के ब्लाक अध्यक्ष जितेंद्र चंद्रबंशी ने जिलाधिकारी महोदय से उच्च स्तरीय जांच करने की मांग किया है।