उन्नाव। उन्नाव शहर की सबसे पुरानी रामलीला के आयोजन पर कोरोना का संकट गहराया है। शहर के प्रमुख श्रीराम लीला महोत्सव के आयोजन पर आम लोग भी नजरें गड़ाएं हैं। आम लोगों की भावनाओं को देखते हुए श्रीराम लीला कमेटी ने बैठक कर इसबार दस दिन के स्थान पर छह दिन श्रीराम लीला महोत्सव कराने का निर्णय लिया है। आयोजन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। श्रीरामलीला कमेटी के तत्वावधान में परंपरागत ढंग से होने वाले 148वें श्रीरामलीला महोत्सव की बैठक में छह दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई। कमेटी अध्यक्ष संजय राठी की अध्यक्षता में गांधी नगर स्थित कार्यालय के सामने शारीरिक दूरी के साथ पदाधिकारियों ने बैठक की। पूर्व महामंत्री चंद्र प्रकाश अवस्थी ने कोरोना काल को देखते हुए आयोजन को 10 दिन के बजाय छह दिन का करने का प्रस्ताव रखा जिस पर सभी ने सहमति जताई। महामंत्री अरविद कुमार श्रीवास्तव कमल ने शासन-प्रशासन के निर्देशों के अनुपालन के साथ कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने पर जोर दिया।उपाध्यक्ष अशोक रस्तोगी ने दशानन के पुतले को लगभग 100 फीट का बनवाने और आतिशबाजी को सूक्ष्म रूप से व्यवस्थित कराने की जिम्मेदारी ली। संरक्षक मंडल से हरिमोहन निगम, मोतीलाल गुप्ता, उपाध्यक्ष सुभाष गुप्ता और संरक्षक राजाबाबू एडवोकेट ने मेला न लगने की स्थिति में कुछ अन्य आध्यात्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम जोड़ने की बात रखी। अतुल मिश्रा, अशोक अवस्थी ने भी सुझाव रखे। कमेटी अध्यक्ष ने सर्वसम्मति से आयोजन को भव्यता के साथ 27 अक्टूबर से शुरू कराने की घोषणा की।
योगेश द्विवेदी संवाददाता