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मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में जनपद में ए ई एस /जे. ई. एव अन्य वेक्टर जनित रोगों से बचाव नियंत्रण

उन्नाव। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में जनपद में ए ई एस /जे. ई. एव अन्य वेक्टर जनित रोगों से बचाव नियंत्रण,उपचार एव निदान हेतु संचालित किए जा रहे विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान/दस्तक अभियान तथा जनपद में स्थापित किए गए इंसेफलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटरों में उपलब्ध संसाधनों ,रोगियो को भर्ती कर उपचार किए जाने के संबंध में प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में दिनांक 18/10/2022 को जिला चिकित्सालय उन्नाव में स्थापित एन्सेफलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर (E.T.C) तथा डेंगू वार्ड का निरीक्षण स्टेट नोडल अधिकारी डा अशोक कुमार रस्तोगी , संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य भवन लखनऊ द्वारा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा एस के श्रीवास्तव , अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा हरिनंदन प्रसाद उपमुख्य चिकित्साधिकारी वेक्टर बॉर्न डा अरविंद कुमार , जिला मलेरिया अधिकारी रमेश चंद्र यादव, तथा पाथ संस्था के जिला समन्वयक जितेंद्र कुमार के साथ किया गया। नोडल ईटीसी सेंटर /डेंगू वार्ड वार्ड से सम्बन्धित समस्त मानकों को पूरा रखे जाने तथा वार्ड को व्यवस्थित रखे जाने के निर्देश प्रदान किए गए.निरीक्षण के दौरान , स्टाफ नर्स मंजू कुरील एव अन्य स्टाफ मौजूद रहे। जनपद द्वारा सूचित किए गए कुल A.E.S रोगियो के सापेक्ष जनपदों में स्थापित इंसेफलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर के स्तर से सूचित रोगियो का राज्य औसत 53%है जबकि उन्नाव का औसत 50%है।इसी प्रकार A,E,S ke संभावित रोगियो में लक्षण उत्पन्न होने के उपरांत E.T.C सेंटर पर उपचार प्राप्त किए जाने हेतु पहुंचने तक राज्य औसत 1.5दिवस है जबकि उन्नाव का औसत लगभग 3दिन है।जनपद में स्थापित E.T.C पर तीव्र ज्वर से प्रभावित संभावित A.E.S. रोगी को न्यूनतम एक रात चिकित्सालय में भर्ती कर प्राथमिक उपचार प्रदान किए जाने का राज्य औसत 77%है,जिसमे उन्नाव का औसत राज्य औसत के बराबर है।जनपद उन्नाव के E.T.C. में A.E.S रोगियो को दी जाने वाली आवश्यक दवाओं की उपलब्धता के साथ साथ केंद्रों पर लेप्टोस्पेयरो सीस,स्क्रब टाइफस, डेंगू, चिकुनगुनिया, जे. ई.मलेरिया आदि की जांच की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गये।नोडल अधिकारी द्वारा अधीक्षक जिला चिकित्साल्य को E.t.C. तथा डेंगू वार्ड क्रियाशील रखते हुए प्रभावी मानिटरिंग व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने हेतु निर्देशित किया गया जिससे तीव्र बुखार से ग्रसित अथवा संभावित A.E.S. रोगी को रोग उत्पन्न होने के उपरांत कम से कम समय में उपचार प्राप्त हो सके तथा मृत्युदर अथवा दिव्या गता को कम किया जा सके। नोडल अधिकारी द्वारा उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी वेक्टर बॉर्न तथा जिला मलेरिया अधिकारी उन्नाव उन्नाव को निर्देशित किया कि तीव्र ज्वर से पीड़ित संभावित A.E.S.रोगियो को ब्लाक स्तरीय E.T.C.में भर्ती किए जाने हेतु प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाए।साथ ही साथ आशा/ए. एन. एम ./आगनवाड़ी कार्यकर्तियो एव ग्राम प्रधानों का प्रभावी संवेदीकरण सुनिश्चित कराया जाए,जिससे ये लोग जनसामान्य को E.T.C पर रोगी को चिकित्सीय सलाह के अनुसार भर्ती कर उपचारित किए जाने हेतु प्रोत्साहित करे ताकि रोगी को अविलंब उपचार प्राप्त हो सके।तथा यह भी अवगत कराया गया की जनपद में तीव्र ज्वर के समस्त रोगियो को कम से कम 24घंटे अथवा रोगी की अवस्था के अनुरूप चिकित्सालय में भर्ती कर उपचारित किया जाए ।आकस्मिता एव गंभीरता की स्थिति में ही रोगी को उच्चीकृत उपचार केंद्र संदर्भित किया जाए तथा संदर्भ न हेतु 108/102एंबुलेंस का अनिवार्य रूप से प्रयोग किया जाए।इसके अतिरिक्त नोडल अधिकारी द्वारा बेथर, ब्लाक अचलगंज, के बेथर बीघापुर ,के ग्राम पंचायत घाट मपुर खुर्द ,तथा घाटम पुर कला का निरीक्षण किया गया.तथा नगरीय क्षेत्र के गदनखेड़ा, एव आवास विकास वार्ड का निरीक्षण किया गया तथा मौके पर उपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों को और प्रभावी कार्यवाही कराए जाने हेतु निर्देशित किया गया। जिला मलेरिया अधिकारी उन्नाव द्वारा अ क्टूबर में संचालित किए जा रहे वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान /दस्तक अभिया कार्यक्रम से जुड़ी समस्त गतिविधियो के बारे में अवगत कराया गया।मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सत्यप्रकाश द्वारा नोडल अधिकारी को अवगत कराया गया की संचारी रोग नियंत्रण अभियान/दस्तक अभियान की समस्त गतिविधिया शासन द्वारा निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत संपन्न कराई जा रही है तथा समस्त सूचनाये स्टेट मुख्यालय पर समयानुसार प्रेषित की जा रही है।

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