टीके की दोनों डोज लेना सभी के लिए है जरूरी
उन्नाव। कोविड के विरूद्ध लड़ाई में टीका ही कारगर अस्त्र है, इसे जरूर लगवाएं | अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें | यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. (कैप्टेन) आशुतोष कुमार ने दो दिवसीय कोविड टीकाकरण विशेष अभियान के शुभारम्भ के दौरान कहीं | उन्होंने कहा – कोरोना से हम तभी पार पा पाएंगे जब सभी लोग टीकाकरण करवा लेंगे | टीका लगने के बाद हल्का बुखार, सुई लगने की जगह पर दर्द या बदन दर्द की शिकायत हो सकती है जो कि किसी भी टीके को लगवाने के बाद इस तरह की दिक्कत हो सकती है | इससे घबराने की जरूरत नहीं है | अभी तक जिले में करीब 2.1 लाख लोगों ने टीका लगवाया है | करीब 1.69 लाख लोगों ने पहली डोज और 32,701 लोगों ने दूसरी डोज लगवाई है |
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. नरेन्द्र सिंह ने कहा- दोनों ही टीके (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) पूरी तरह से सुरक्षित हैं | इनको लगवाने को लेकर कोई संशय न पालें और टीका जरूर लगवाएं | जिन लोगों ने टीके की दूसरी डोज नहीं लगवाई है वह जरूर दूसरी डोज लगवा लें, क्योंकि केवल टीके की पहली डोज लगवाने से वह फायदेमंद नहीं रहेगी | कोवैक्सीन की दूसरी डोज चार हफ्ते के अंतर पर और कोविशील्ड की दूसरी डोज छह से आठ हफ्ते के अंतर पर लगवानी है | जब 60 से 70 फीसद लोग टीके की दोनों डोज लगवा लेंगे तभी हर्ड इम्युनिटी विकसित हो पायेगी और तभी हम कोरोना को सही मायने में हरा पायेंगे | जिस वैक्सीन की पहली डोज लें उसी वैक्सीन की दूसरी डोज लेनी है | कोरोना संक्रमण होने के 6 से 8 हफ्ते बाद चिकित्सक की सलाह से आप टीका लगवा सकते हैं | ह्रदय रोग, किडनी रोग से पीड़ित, अस्थमा , डायबिटीज या फेफड़े के मरीजों को तो वैक्सीन लगवाना बहुत जरूरी है लेकिन वह इससे पहले अपने डाक्टर से चिकित्सीय सलाह अवश्य ले लें |
लोगों को नियत समय पर टीके की दोनी डोज लगवानी चाहिए | 45 साल से ऊपर के लोग कोविन पोर्टल या आरोग्य सेतु एप पर पहले से अपना पंजीकरण करवा लें |
डा. नरेन्द्र सिंह ने कहा- टीका लगवाने के बाद भी हमें कोविड से बचाव के प्रोटोकॉल जैसे- मास्क लगाना, दो गज की शारीरिक दूरी और बार बार साबुन और पानी से 40 सेकेण्ड तक हाथ धोना या 20 सेकेण्ड तक एल्कोहोलयुक्त सेनिटाईजर से हाथ सेनिटाइज करना है |