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थाना कोतवाली पुलिस बेगुनाह बच्चो को फर्जी मुटभेड़ दिखा कर वाह वाही लूटने में जुटी

दो दिन पूर्व 24 मई को दो बच्चो तथा 22 मई को 1 बच्चे को घर से सोते में उठाया 26 मई को मुटभेड़ दिखाया
बाराबंकी। थाना कोतवाली पुलिस बेगुनाह बच्चो को फर्जी मुटभेड़ दिखा कर भेजा जेल। एक को 22 की रात में दो को 24 की रात में कृष्णा नगर व सतरिख से उठाया दो तीन दिन पुलिस कस्टडी में रखकर छिपाये रखा घर वालो को बताय कि यहाँ कोई नहीं पकड़कर लाया गया तब घर वालो ने मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग, आई जी डी आई पुलिस अधीक्षक आदि सभी को इस घटना कि सूचना दी। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई आज 26 मई को फर्जी मुटभेड़ दिखाकर जेल भेज दिया। मजे कि बात तो यह है कि जब पुलिस घर से उठा कर ले गयी तब सभी बच्चो के पास न कोई असलहा था न कोई नकदी थी लेकिन दो तीन दिन पुलिस कस्टडी में रहने के बाद वह मुटभेड़ में असलहा व नकदी के साथ जेल भेजा गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा कर फर्जी वाहवाही लूटने में जुटी रही पुलिस पत्रकारों को सुनती रही मन गठन्थ कहानी। इरफान कि माता हस्मतुन ने बताया मेरा बेटा जैन किदवाई के यहाँ काम करता है वाह शाम को घर आया रोजा खोला तरावी पढ़ने मस्जिद गया रात साढ़े दस बजे वापस आया और सो गया अभी कुछ ही घंटे गुजरे थे कि पुलिस कुछ लोग दूसरे कि छत से ऊपर आये और और कुछ पुलिस वाले दरवाजा खटखटाये जैसे ही दरवाजा खोला कहा इरफान कहा है मैंने पूछा क्या बात है तो कहा कि कोई बात नहीं मेरे बेटे को लेकर 23 मई कि रात चले गए मैंने बेटी दामाद को खबर दी जब कोतवाली पता यलगाने गए तो कहा यहाँ कोई नहीं आया । तब फैक्स व रजिस्ट्री के माध्यम से पुलिस अधीक्ष बाराबंकी, मुख्यमंत्री, आई जी डी आई जी मानवाधिकार आयोग को सूचित किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई आज तीन दिन बाद मेरे बेगुनाह बच्चे को फर्जी मुटभेड़ दिखाकर जेल भेज दिया मुझे विधवा की किसी ने न सुनी । वही मो० राशिद ने बताया मेरा भाई तरावी पढ़कर आया खाना खा कर सो गया अचानक लगभग एक बजे साडी वर्दी में दो पुलिस वाले बगल के घर से होकर छत पर चढ़ गये कुछ पुलिस वाले बहार खड़े थे जो वर्दी में थे दरवाजा खटखटाया दरवाजा खोला तो भाई वही सो रहा था पूछा ये कौन है मैंने कहा मेरा भाई मोना है उसे उठाकर ले गये मेरे भाई के पास न तो कोई असलहा था न कोई पैसा दूसरे दिन जब सुबह कोतवाली गये तो कहा यहाँ कोई नहीं है जाओ तब हमने सम्बंधित अधिकारियों मुख्यमंत्री आई जी डी आई जी आदि को फैक्स व रजिस्ट्री द्वारा सूचना दी कि मेरे भाई को 24 मई कि रात्रि में पुलिस वाले उठा ले गये है और उन्हें कहा रखा है पता नहीं चल रहा लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई पुलिस ने मेरे भाई को आज दो दिन बाद फर्जी मुटभेड़ दिखाकर जेल भेज दिया और ये भी कह रहे थे इन पर गैंगरेस्टर भी लगायेगे मेरे बेगुनाह भाई की जिंदगी बर्बाद करने में लगी है पुलिस जबकि मेरे भाई का आज तक कोई भी क्रिमनल रिकॉर्ड नहीं है । वही मो० शफीक ने बताया रात्रि लगभग डेढ़ बजे 24 मई को पुलिस मेरे घर आयी और दरवाजा खटखटाया मेरी माँ ने जब दरवाजा खोला तो पुलिस अंदर घुस गयी मुझे मेरे बिस्तर से उठा लिया मेरे माता पिता ने विरोध किया तो मेरी माता को ढकेल दिया और मुझसे कहा चुपचाप मेरे साथ चलो मुझे अपनी जीप में बिठाकर सतरिक ले गये मुझसे साजिद का घर पूछा उसके घर से रात्रि लगभग दो बजे उसे उठा लाये लगभग ढाई घंटे के बाद मुझे मारा पीटा और धमका कर छोड़ दिया और कहा किसी से कुछ मत कहना जाओ घर भाग जाओ । वही पुलिस अपनी टीम में उ० नि० अमर बहादुर सिंह,उ० नि० सुधीर कुमार अवस्थी,उ० नि० सतीष कुमार सिंह,उ० नि० भगवान दास सभी कोतवाली नगर साथ में आरक्षी सुभाष चंद्र,संजय गोस्वामी,प्रवीण कुमार,रमाकांत पटेल,नरेंन्द्र कुमार,राजेश तिवारी,कोतवाली नगर के साथ बेगुनाह बच्चो को अभियुक्त बनाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वाह वाही लूटने में लगी है ।बच्चो के पास एक आदत तमंचा देसी 315 बोर एक जिन्दा कारतूस,एक आदत तमंचा देसी 12 बोर एक खोखा व दो जिन्दा कारतूस व नगद रूपए 6800 दिखा रही है ।एक अभियुक्त राम बाबू पुत्र राम नरेश वर्मा जिसको वांछित बता रही है।

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