सीतापुर। मिश्रित सीतापुर / कोतवाली क्षेत्र के ग्राम हुमायूंपुर निवासी सुधाकर कुमार पुत्र जगदम्बा प्रसाद तिवारी ने प्रभारी निरीक्षक को एक शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है । कि 16 सितंबर को समय करीब 8 बजे रात के लग भग पीड़ित का भाई धर्मेंद्र कुमार मोटरसाइकिल से रामकोट होते हुए घर आ रहा था । इसी वक्त आरोपी गड़ा बंदी करके ग्राम हुमायूंपुर व भउवापुर के बीच आरोपी राम अवतार त्रिवेदी पुत्र बंशीधर , शुभम पुत्र रामऔवतार त्रिवेदी , सुमित पुत्र रामऔवतार द्विवेदी निवासी ग्राम हमांयूपुर , पुरानी रंजिश के चलते जान से करने की नियत से लाठी डंडों से मारने पीटने लगे । पीड़ित का आरोप है । कि उक्त आरोपी गाड़ा बंदी करके भाई को रोक लिया और लाठी डंडों से मारने पीटने लगे । जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया । ट्रामा सेंटर लखनऊ में उसकी मृत्व हो गई हैं । पीड़ित के भाई का आरोप है किस उसने शोरगुल किया तो वहां पर कई राहगीर भी मौके पर आकर खड़े हो गए । जिससे आरोपा भाग निकले। पीड़ित ने अपनी जान बचाने के लिए 112 नंबर को फोन किया । परन्तु पुलिस देर से पहुंची जिससे आरोपी भाग चुके थे । सूचना पर पीड़ित का भाई जब वहां पहुचा तो वह गंभीर हालत हालत में था । जिससे वह सीधे जिला अस्पताल सीतापुर को ले गया । परन्तु जिलाअस्पाताल के चिकित्सकों ने उसे ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया । वहां के चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया । पीड़ित ने थाना हाजा पर रिपोर्ट दर्ज कराने हेतु दिनांक 23 नवम्बर 2023 को थाना हाजा में तहरीर दी थी । परन्तु रिपोर्ट दर्ज नही की गई । भाई की मृत्व के बाद दिनांक 5 अक्टूबर को इलाज के दौरान लखनऊ के ट्रामा सेंटर में मृत्यु हो गई । उसका अंतिम संस्कार करने के बाद भी उसने थाना हाजा में प्रार्थना पत्र दिया था । परंतु कोई सुनवाई नहीं की गई । पुलिस ने आरोपियों से मिलकर मांमले को सड़क एक्सीडेंट का रूप देने पूरी तरह से प्रयास किया है । पीड़ित ने मांमले की शिकायत मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल संख्या 40015 23 067 110 पर दर्ज कराकर घटना का वास्तविक निरीक्षण करते हुए आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने की मांग की है । इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक ओपी त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने बताया है । कि मामले की जांच चल रही है । उनसे जब यह पूछा गया कि इतने दिन हो गए हैं । आखिर कब तक इस मांमले की जांच चलती रहेगी । तो उन्होंने कहा की कार्यवाही की जा रही है । जब उनसे यह पूछा गया कि इस मांमले में अभी तक आपके थाना कोतवाली में अपराध पंजीकृत किया गया हैं । या नहीं तो उन्होंने फिर यही जवाब दिया । मांमले की जांच की जा रही है । अपराध का कोई पंजीकरण नहीं किया गया है ।