सीतापुर। भारतीय किसान.मजदूर मोर्चा का 10 सूत्रीय अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू हो चुका है। संगठन की जब तक सभी मांगें पर कार्यवाही नहीं हो जाती है तब तक धरन प्रदर्शन जारी रहेगा। यह बात संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्षए शिव प्रकाश सिंह ने कही। संगठन के जितेन्द्र मिश्रा ने कहा कि विद्युत विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों की घोर लापरवाहीए अनुचित लाभ लेने की मंशा से झॅूठ बोलने व खाऊए कमाऊ नीति पर काम करने पर उतारू हैं जिससे त्रस्त होकर संगठन ने आज किसानों की समस्यों को लेकर विद्युत विभाग के खिलाफ कार्यवाही न होने तक धरना प्रदर्शन चालू रहने की चेतावनी देते हुए कहा यदि मजदूर व किसान की बात विभाग नहीं मानेगा तो यह एक नमूना हैए हम लोग भूख हड़ताल के लिए बाध्य होगें।
संगठन के सचेन्द्र दीक्षित ने कहा कि मनरेगा मजदूरी में खुलेआम भ्रष्टाचार व्याप्त है इच्छुक व्यक्तियों व मांग पत्रों पर समतियों को काम न दिया जाना जीवंत उदाहरण है। जिले में दरी हैण्डलूम एवं अन्य कारखानों से निकलने वाले विषाक्त रसायन युक्त प्रदूषित जल से कई गंभीर बीमारियों फैल रही है। जनहित में कार्यवाही करने की मांग की है।
संगठन की आवाज को बुलंद करते हुए अल्पना सिंह ने कहा कि चीनी मिलों की चिमनियों से निकलने वाली राख से आसपास का जनमानस त्रस्त है। जवाहरपुर चीनी मिल ने अवैध रूप से जमींन कब्जा किये हुए है जिसमें उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद चीनी मिलों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती है। इसलिए कार्यवाही होने तक धरना जारी रहेगा।
संगठन के अम्बुज श्रीवास्तव ने कहा कि गांवों में ग्राम समाज की जमींन पर भूमाफियों अवैध कब्जा व ईंट भट्ठे किसानों को प्रलोभन देकर आबादी के निकट खनन करते है जिससे कई गंभीर बीमारियां फैल रही है जनहित में तत्काल कार्यवाही की जाये।
संगठन के धनंजय अवस्थी ने कहा कि शिक्षा विभाग व पंचायत विभाग में भ्रष्टाचार असीम सीमा पर है शिक्षक भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे हैं और असमय काल के गाल में पहुंच रहे हैं। वहीं संगठन के सक्तिमणि त्रिपाठी ने कहा पंचायत विभाग में बिना सुविधा शुल्क दिये कोई कार्य नहीं किया जाता है। जिला पंचायत राज अधिकारी सीतापुर ने करोड़ों के स्टीमेट स्वीकृत किये हैं जिसमें 3 प्रतिशत अवैध वसूली करके अकूत सम्पत्ति हासिल की है जिसकी जांच जनहित में करवाने की मांग की है। संगठन की बात आगे बढ़ाते हुए उत्तम कुमार मौर्य ने कहा कि प्रशासन कुंभकरणी नींद में सोया हुआ है उसे मजदूर व किसानों के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न से कोई मतलब नहीं है। अब निःसंकोच संगठन को विषम रणनीति के तहत अपनी आवाज को मनवाने के लिए लामबंद होना पड़ेगा। तभी मजदूर व किसान की आवाज मानी जायेगी। भारतीय किसान मंच के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा कृषि विरोधी काले कानूनों के पक्ष में हम सभी पदाधिकारियों को बगैर सूचना सत्ता पक्ष में बयानबाजी की घोर निंदा करते हैं और प्रदेश अध्यक्ष, शिवप्रकाश सिंह समेत हम सभी पदाधिकारी साथी सामूहिक त्याग पत्र दे रहे हैं।
धरना स्थल पर हरविंदर सिंह पिंदर सिंह सिद्धू सुबोध यादव शिवपूजन यादव राजेश वर्मा सुमन वर्मा पप्पू वर्मा स0 निर्भय सिंह दिनेश सिंह शोभा लोधी दिनेश शुक्ला ज्योति रत्नम् रामचन्द्र मौर्य दिलीप मौर्य सूरज मौर्य नीलम प्रजापति डा0 इस्लामुद्दीन अंसारी राजेन्द्र मौर्य विजय सिंह मनोज राठौर राजू खान शिवम सिंह श्रद्वा मौर्य राजेश मौर्य दिव्य सिंहए शैलेनद्र राज मेराज सिद्दीकी कमरूद्दीन राकेश मौर्य हरिश्चन्द्र मौर्य रामजीवन मौर्य गया प्रसाद अशोक मौर्य किरन देवी रामपति शिवसागर मौर्य रामगुलाम मौर्य विश्राम मौर्य गीता देवी सुनीता बिट्टो मौर्य राधा देवी कृष्ण पाल मौर्य रामेन्द्र मौर्य पंकज मौर्य व अन्य साथीगण मौजूद रहे।