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पालिकाध्यक्ष के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार सीज कराने के लिए रालोद ने सौंपा ज्ञापन

नगर विधायक राकेश राठौर को ज्ञापन सौंपकर की उच्चस्तरीय जांच करवाये जाने की मांग
सीतापुर। राष्ट्रीय लोकदल मध्य जोन उत्तर प्रदेश के महासचिव प्रवीन कुमार सिंह के नेतृत्व में सदर विधायक राकेश राठौर को नगर पालिका परिषद अध्यक्ष राधेश्याम जायसवाल के विरूद्ध ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें रालोद के पदाधिकारियों ने नपाप अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कार्यवाही करवाये जाने की मांग की। दिये गये ज्ञापन में कहा गया है कि रालोद के कार्यकर्ता पिछलो दिनां से सीतापुर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष राधेश्याम जायसवाल के द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई या किसी उच्च समिति से कराये जाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठा है। धरने के मध्य में हमारे संगठन के दो सदस्यों की तबीयत भी भयंकर ठण्ड के कारण रात्रि में बिगड़ गई थी, जो कि उपचार के बाद ठीक हो गयी। उन्होंने कहा कि नगर पालिका  परिषद सीतापुर में इतना भ्रष्टाचार व्याप्त होने के पश्चात भी शासन द्वारा कोई भी संज्ञान न लिया जाना भाजपा की साख को गिराता है। जबकि उच्च न्यायालय द्वारा संज्ञान लिया गया, तो प्रमुख सचिव नगर विकास द्वारा केवल राधेश्याम जायसवाल को कारण बताओं नोटिस जारी करके खानापूर्ति कर दी गई, लेकिन नगर पालिका अधिनियम 1916 की धारा 48 में स्पष्ट उल्लेख है कि ‘‘शासन द्वारा जारी कारण बताओं नेटिस के दिनांक से उसमें उल्लखित आरोपों से जब तक पालिकाध्यक्ष को विमुक्त न कर दिया जाए, तब तक नगर पालिका के वित्तीय व प्रशासनिक कार्यों को सम्पारदन जिला मजिस्ट्रेट या उसके द्वारा नामित व्यक्ति जो डिप्टी कलेक्टर से निम्न पंक्ति का न हो के द्वारा किया जायेगा। लेकिन अभी तक कारण बताओं नेटिस के पश्चात उक्त अधिनियम की धारा का अनुपालन नहीं किया गया है। जिससे पालिकाध्यक्ष द्वारा अनैतिक कार्य किये जा रहे हैं। रालोद पदाधिकारियों ने आगे कहा कि अगर पालिकाध्यक्ष को उक्त कारण बताओं नेटिस के आरोपों से शासन द्वारा विमुक्त कर दिया गया है, तो हमारे संगठन को अवगत करा दिया जाए, क्योंकि पालिकाध्यक्ष द्वारा वर्तमान कार्यकाल में भी कई नियम विरूद्ध कार्य किये गये है, जिसकी शिकायत शासन स्तर पर कई सभासदों व जनप्रतिनिधियों के द्वारा की गई है। इतनी शिकायतें हो जाने के पश्चात भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार में अधिकारियों द्वारा पालिकाध्यक्ष राधेश्याम जायसवाल को बचाया जाना, आपकी पार्टी की गरिमा गिराता है। भ्रष्टाचार मुक्त व भय मुक्त का नारा खोखला साबित होता है। जब सीतापुर नगर पालिका में पिछले 20 वर्षों से भ्रष्टाचार का बोलबाला है और उसके साक्ष्य भी मौजूद है, इसके बावजूद भी कार्यवाही न होना भी एक जांच का विषय है। उन्होंने नगर विधायक राकेश राठौर से पालिकाध्यक्ष के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार सीज कराके उच्च स्तरीय जांच करवाये जाने की मांग की। इस मौके पर संतराम, जगदीश, सन्तू, रामजीवन, सुकाली, जयदेवी, दिलीप, रामऔतार, राजकुमार मिश्र समेत काफी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। 

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