पूर्व में शिकायतों के बावजूद भी जिम्मेदारों ने नही की कार्यवाही
हरिओम
कानपुर नगर |आयकर विभाग द्वारा गुरूवार को शहर के एसपीएम हाॅस्पिटल में छापेमारी की थी। एसपीएम हास्पिटल समूह पूर्व उीजीएमई डा0 महेश चंद्र शर्मा का है। इस समूह के अलग अलग अस्पतालों को इनके दो बेटे और दो बेटियां मिलकर संचालित करते है। कल्याणपुर स्थित एसपीएम हाॅस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में कल्याणपुर में ही डा0 महेशचंद्र शर्मा के घर और हाॅस्पिटल के एकाउंटेंट का आवास विकास स्थित घर शामिल है साथ ही अन्य संस्थानों पर छापा मारा गया था। बताते चले कि कल्याणपुर स्थित एसपीएम हाॅस्पिटल पूरी तरह अवैध बना हुआ है। यह हाॅस्पिटल पूरी तरह अवैध तो है ही साथ ही केडीए की स्वीकृत ले आउट वाली रिहायशी योजना के कई प्लाटों को जोड कर बनाया गया है जो निर्माण उपविधि का उल्लघंन है, इतना ही नही बताया जाता है कि हाॅस्पिटल प्रबन्धन ने पार्क पर भी कब्जा कर रखा है, इसके साथ ही कानपुर मास्टर प्लान 2021 के जोनिंग रेगुलेशन के अनुसार स्वीकृत ले आउट वाली योजनाओं में भू प्रयोग परिवर्तन भी वर्जित है। इसके बावजूद भी अखिलेश राज में इस अवैध अस्पताल के नाम से ही मेट्रो स्टेशन का नामकरण भी कर दिया गया था। पूर्व केडीए वीसी जयश्री भोज के समय इसका कुछ निर्माण गिराया भी गया था बाद में योगी राज में वीसी विजयेंद्र पांड्यान पर इसका मानचित्र स्वीकृत करने पर बवाब पडा था। अस्पताल का निर्माण पूरी तरह अवैध है। यही नही अस्पताल प्रबन्धन द्वारा पार्किंग के लिए पार्क पर भी कब्जा कर लिया गया। कुछ समय पूर्व समाचार पत्रों में इसके बारे में काफी खबरें भी छपी थी लेकिन कार्यवाही कुछ भी नही हुई। चूंकि एसपीएम समूह के मालिक डा0 महेश चंद्र शर्मा है और यह चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक बनने से पूर्व गणेश शंकर विधार्थी मेडिकल कालेज कानपुर से संबद्ध हैलट अस्पताल में लंबे समय तक विभिनन पदों पर तैनात रहे। चर्चा तो उस दौर में भी होती थी। इनके कार्यकाल में कई मेडिकल कालेज आस्तित्व में आए। पहले भी इनकी शासन स्तर पर खासी हनक थी और अब भी है। फिलहाल एसपीएम हास्पिटल मानको के विपरीत है और कुछ संस्थाओं द्वारा पूर्व में इसकी शिकायत भी की गयी थी लेकिन ऊंची पहुंच के चलते कोई कार्यवाही नही हुई।