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मंदिर भाजपा के लिए मात्र सत्ता पर काबिज होने वाला चुनावी मुद्दा- राजकुमारी दूबे

*जितेन्द्र पाण्डेय को मेरे पति के विरुद्ध खड़ा करते हुए राजनैतिक विद्वेशवश फर्जी ढंग से दर्ज करवाया गया मुकदमा- राजकुमारी दूबे*
*राजकुमारी दुबे ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित सतीश महाना पर अपने पति संतोष दुबे की हत्या करवाए जाने की आशंका जताई.*
अम्बिकानन्द त्रिपाठी 
फैजाबाद । जनपद की पुलिस प्रशासन द्वारा मेरे पति संतोष दूबे जो कि बाबरी विध्वंस के आरोपी होने के साथ-साथ पूर्व जिला पंचायत सदस्य व धर्मसेना के संस्थापक भी हैं का उत्पीडन सत्ता के इशारे पर लगातार किया जा रहा है, जिसजिस जनपद के सासंद लल्लू सिंह, प्रभारी मंत्री सतीश महाना सहित जनपद के विधायकगण भी शामिल हैं। उक्त आरोप संतोष दूबे की पत्नी राजकुमारी दूबे ने शाने अवध होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही। श्रीमती दूबे ने कहा कि जनपद का बच्चा-बच्चा यह बात जानता है कि मेरे पति वर्षों से श्री अयोध्या धाम की पवित्र पावन भूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे हैं। चूंकि भाजपा के लिए यह मात्र सत्ता पर काबिज होने वाला चुनावी मुद्दा रहा है अस्तु जो कोई भी इस मुद्दे पर गम्भीरता से मुखर होकर रामकाज का कार्यक्रम करता है वह भाजपा के आंखो के लिए किरकिरी ही साबित होता है। मेरे पति भी जो भाजपा के चुनावों में पूर्ण निष्ठा व समर्पण के साथ, साथ देते आए हैं और आज भाजपा के ही कुछ लोगों के षड्यंत्र का शिकार हो गये हैं। मुझे यह कहने में जरा भी संकोच नहीं कि मेरे पति संतोष दूबे का इस्तेमाल अपनी आवश्यकताओं, अपने स्वार्थ की पूर्ति हेतु भाजपा ने किया। किन्तु जब स्वार्थ सिद्ध हो गया तो उनका अस्तित्व समाप्त करने के उद्देश्य से उन पर फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज कराकर फंसाने का कार्य किया गया। श्रीमती दूबे ने सासंद लल्लू सिंह पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि अभी अप्रैल माह में ही एक सार्वजनिक समारोह में अपरोक्ष रुप से मेरे पति को धमकी भी दी थी, जिसकी शिकायत मेरे पति ने जिलाधिकारी से किया था, उसी शिकायत के बाद से सासंद लल्लू सिंह मेरे पति को फंसाने के लिए लगातार मौका तलाश कर रहे थे, सासंद को यह मौका तब मिला जब मेरेे पति व उनके साथियों द्वारा एस.सी./एस.टी. एक्ट के संसोधन के विरुद्ध अलख जगाते हुए इसकें विरुद्ध सडक पर उतरकर आन्दोलन किया गया। गत् 8 सितम्बर को निकाले गग पैदल मार्च जो कि गांधी उद्यान पर जाकर जनसभा में बदल गया था में मेरे पति द्वारा अपने साथियों के साथ इस एक्ट के संसोधन के विरुद्ध जोरदार तरीके से न सिर्फ विरोध किया गया था बल्कि उक्त एक्ट में वर्णित भयावह प्रभावों का समाज पर बुरा असर पड़ने की बात कहते हुए इसके वापस लेने की मांग सरकार से की गई थी। इसमें मेरे पति ने क्या गलत कर दिया, सरकार के प्रवक्ता बताएं। उसी सभा में मेरे पति ने सरकार के इन अकर्मण्य व एस.सी./एस.टी. एक्ट पर मौन धारण कर चुके नेताओं कोे भरी सभा में बुरी तरह लताडा था। इसमें मेरे पति ने क्या गलत किया, किन्तु दुर्भाग्य से इन लोगों ने जनता के बीच अपनी बात न रखकर मेरे पति के ही विरुद्ध एक राजनैतिक षड्यंत्र मात्र इसलिए किया गया कि कहीं अगर मेरे पति व उनके साथियों द्वारा राम मंदिर व एस.सी./एस.टी. एक्ट का मुद्दा यूं ही उठाते रहे तो कहीं ऐसा न हो कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में जनपद की सासंदी व आगामी विधानसभा चुनाव में कई लोगों की विधायकी चली जाए। आगामी होने वाले चुनाव पर मेरे पति की गतिविधियां भाजपा पर निश्चित तौर पर भारी पड़ने वाली हैं, जिसमे सांसद लल्लू सिंह की कुर्सी निश्चित रुप से जाएगी, ऐसी आशंका से ग्रसित होकर सांसद व सभी विधायकों द्वारा प्रभारी मंत्री सतीश महाना के साथ मीटिंग की गई और पूरी घटना को अवगत कराते हुए समाधान की मांग की गई। श्रीमती दूबे ने बताया कि यह सारी जानकारी उनके पति को सत्ता में ही बैठे हुए उनके विश्वस्त सूत्रों द्वारा प्राप्त हुई है। राजकुमारी दूबे ने यह भी कहा कि इस तरह प्रभारी मंत्री सतीश महाना, सासंद लल्लू सिंह व जनपद के विधायकों की मिलीभगत से एक ईनामी अपराधी जितेन्द्र पाण्डेय को मेरे पति के विरुद्ध खड़ा करते हुए राजनैतिक विद्वेशवश फर्जी ढंग से मुकदमा दर्ज करवाया गया है। अंततः श्रीमती दूबे ने कहा कि जिस तरह लखनऊ में विवेक तिवारी की हत्या पुलिस द्वारा गोली मारकर की गई है, कोई आश्चर्य नहीं, वही कल सत्ता से जुड़े इन नेताओं के दबाव में आकर पुलिस मेरे पति संतोष दूबे को भी फर्जी एनकाउन्टर में गोली मारकर हत्या कर दे, क्योंकि पिछले कई दिनों से कभी रात १२ बजे तो कभी १ बजे पुलिस द्वारा मेरे पति की तलाश में घर पर दबिश डाला जा रहा है। मेरा पूरा परिवार, बच्चे भयाक्रांत हैं बुरी तरह डरे हुए हैं। ऐसे में अगर कोई अनहोनी होता है तो उसके जिम्मेदार सतीश महाना, सासंद लल्लू सिंह व जनपद के सभी विधायक होंगे। मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील करती हूं कि अगर मुझे न्याय नही मिला और इस षड्यंत्र का पर्दाफाश नही होता है तथा इन षड्यंत्रकारियों से मेरे व मेरे पति की सुरक्षा नही की जाती है तो मुझे मजबूरन अपने बच्चों सहित आत्मदाह करनी पडेगी। जिसकी सारी जिम्मेदारी पुलिसिया प्रशासन से जुडे अधिकारी, प्रभारी मंत्री सतीश महाना, सासंद लल्लू सिंह व जनपद के सभी विधायक होंगे। उन्होंने सरकार से यह भी मांग किया कि न सिर्फ सांसद लल्लू सिंह का बल्कि जनपद के सभीे विधायकों का नारको टेस्ट करवाकर इस षड्यंत्र का पर्दाफाश किया जाए। पत्रकार वार्ता में प्रमुख रूप से हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पाण्डेय, सामाजिक कार्यकत्री विनीता पाण्डेय, सामाजिक कार्यकर्ता वेद राजपाल, पाटेश्वरी सिंह, ज्योतिषाचार्या हेमा पाण्डेय, विजय तिवारी व शलभ मणि त्रिपाठी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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