लैंकिग समानता, परिवार नियोजन, हिंसा तथा युवा यौन व प्रजनन स्वास्थ्य विषयों की बातचीत पर सफलता
कानपुर नगर | भारती टीवी शो जो समाज पर असर डालने की उम्मीद करता है और ऐसे में मै कुछ भी कर सकती हूं ने हाल ही में पांच वर्षो के भीरत अपने तीन सीजन के दौरान 183 एपिसोड पूरे कर लिए है। यह शो लैंगिक समानता, परिवार नियोजन, हिंसा तथा युवा यौन और प्रजनन स्वास्थ्य जैसे वर्जित विषयों पर बातचीत शुरू करने में सफल रहा है तथा शो का निर्माण राष्ट्रीय गैर लाभाकारी संगठन पाॅपूलेशन फाउंडेशन आफॅ इंडिया द्वारा किया गया है। इस बार इसने सरकार के फोकस के दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों को उठाया, बेहतर स्वास्यि प्रजनन स्वास्थ्य और परिवार नियोजन से सम्बन्धित विकल्प अपनाने के लिए सशक्त बनाना। यह शो दूरदर्शन के राष्ट्रीय और 14 क्षेत्रीय चैनलो के साथ देश भर के 216 आॅल इंडिया रेडियों स्टेशनों के माध्यम से हिंदी तथा 12 भाषाओं में प्रसारित किया गया है, जिसमें 20 लाख से अधिक काॅल शो के इंटरैक्टिव वाॅइस रिस्पाूस सिस्टम को मिले तथा शो के प्रभावों का मूल्यांकन स्वतंत्र एजेंसियों द्वारा किया गया। इस शो से पहली बार परिवार नियोजन के बारे में जानकारी मिली। डा0 स्नेहा माथुर की रील लाइफ जिसमें वो प्रतिगामी सामाजिक मानदंडो के खिलाफ लडाई लडती है, से प्रेरित कई वास्तविक जीवन की कहानियों में शो का प्रभाव दिखता है।