कानपुर नगर | आईएमए एवं नारायणा हेल्थ ग्रुप द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में डा0 विकास मिश्रा, डा0 एसी अग्रवाल, डा0 तरूण कौशिक, डा0 रचित सक्सेना, डा0 बृजेन्द्र शुक्ला, डा0 जेएस कुशवाहा की उपस्थित में आईएमए कानपुर के उपाध्यक्ष डा0 विकास मिश्रा की अतिथियों का स्वागत करते हुए बीमारियों के विषय में बताया। डा0 रचित सक्सेना ने बताया ह्रदय धमीन बाईपास शल्य क्रिया, सर्जरी आदि नामों से प्रसिद्ध ये शल्य क्रिया ह्रदय केा रक्त पहुंचाने वाली 3 धमनियों की शल्य क्रिया को कहते है। धमनी में कुछ रूकावट होने को ह्रदय धमनी रोग कहते है। यह रूकावट बसा के जमाव होने से होती है, जिससे धमनी कठोर हो जाती है व रक्त को निर्बाध बहाव में रूकावट आती है। ह्रदय के वाल्ब खराब होने, रक्तचाप बढने, ह्रदय की मांसपेशी बढने और ह्रदय कमजोर होने से ह्रदयाघात हो जाता है। कहा यदि समय पर इलाज हो तो बचा जा सकता है। धमनी के पूर्ण बंद होने की स्थित में ह्रदयघात की आशका बढ जाती है। बताया प्रायः छाती के अंदर से मेमेरी आर्टरी या हाथ से रेडिअल आर्टरी या पैर से सुेनस वेन निकालकर ह्रदय की धमनी से जोडी जाती है। इस क्रिया में पुरानी रूकी हुई। बताया धमनी रूकावट क ेमामले में बायपास सर्जरी सर्वश्रेष्ठ विकल्प होता है। इसका दूसरा और पेक्षाकृत सस्ता विकल्प एंजियोप्लास्टी है। पेनलिस्ट डा0 पीसी बाजपेयी एवं डा0 अमित कुमार तथा चेयरपर्सन डा0 समीर गोविल एवं डा0 एके त्रिवेदी रहे। इस अवसर पर डा0 रीता मित्तल, डा0 राजेश भदौरिया, डा0 एके त्रिवेदी, डा0 प्रवीन कटियार, डा0 दिनेश सचान, डा0 मनीष वर्मा, डा0 एसके निगम, डा0 क्षमा शुक्ला सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।