कानपुर नगर | चंद रूपयो की कमाई के चक्कर में चालक तथा परिचालक यात्रियों की जान के साथ खिलवाड कर रहे है। झकरकटी बस अडडे से प्रतिबंधित केमिकल को रोडवेज बसों के द्वारा हमीरपुर, महोबा, झांसी, बादा तथा हमीरपुर सहित अन्य जिलों को भेजा जा रहा है। सूत्रों की माने तो नीचे से ऊपर तक सेटिंग के चलते खेल को अंजाम दिया जा रहा है और इसके बदले केमिकल कारोबारियों से इन्हे मोटी रहम मिलती है। झकरकटी बस अडडे पर आपसी संांठ-गांठ के चलते बसो के चालक तथा परिचालक खुलेआम यात्रयों की जाम जोखिम में डाल रहे है। मोटी रकम की वसूली के चलते रात में प्रतिबंधित केमिकलो को रोडवेज की बसो से दूसरे स्थानो पर भेजा जा रहा है। गर्मी में आग की घटनाये लगातार बढ रही है ऐसे में बस में यात्रा करने वाले यात्रियों की जान भी जोखिम में है। उत्तर प्रदेश सरकार के पिरवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने झकरकटी बस स्टैंड को देश का सबसे सुंदर और भ्रष्टाचार मुक्त बस स्टैण्ड बनाने का दावा किया था, लेकिन बस अडडे के अधिकारी व कर्मचारियों ने उनके सपनो पर पानी फेर दिया है। उबड-खाबड जमीन तथा अन्य अनियमितताये यहां की पहचान बन चुकी है। साथ ही यात्रियों की जान के साथ खिलवाड किया जा रहा है। यहां से रात में अन्य जिलों केा जाने वाली बसों में प्रतिबंधित केमिकल ढोया जा रहा है। पटाखे से लाल रंग की रोश्ज्ञनी निकालने के लिएउसमें सीजियम नाइट्रेड डाला जाता है। इस रसायन को बारूद के साथ मिलाने पर इसका रंग लाल पड जाता है। इसके बाद मिश्रण को ठोस बनाकर पटाखे में भरा जाता है। सोडियम नाइट्रट देखने पर इसका रंग हल्का पीला नजर आता है। जानकारी बताते है कि इसमें नाइट्रेट की मात्रा बढाई जाती है तो इसका रंग गाढा पीला हो जाता है। देर रात महोबा तथा बांदा डिपो की बसों में चालक तथा परिचालक बेधडक इस केमिकल को बस में रख दूसरे जिलो तक पहुंचाने का काम कर रहे है ऐसे में यदि कोई हादसा हो गया तो दर्जनो यात्रियों की जान भी जा सकती है लेकिन काफी अर्से से यह खेल जारी है।