कोविड उपचाराधीन के इलाज व डिस्चार्ज के बारे में आवश्यक दिशा- निर्देश
हरदोई। कोरोना उपचाराधीन के इलाज और डिस्चार्ज के बारे में उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने सम्बंधित अधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं |
पत्र के हवाले से ऐसे ही व्यक्ति को होम आइसोलेशन की अनुमति दी जायेगी जो लक्षण विहीन हों अथवा जिनको बहुत हलके लक्षण हों तथा जिनके घर अलग कमरे और अलग शौचालय की व्यवस्था हो | यदि किसी परिवार में एक से अधिक लोग कोविड से ग्रसित हैं तो कोविड उपचाराधीन रोगी एक साथ एक कमरे में रह सकते हैं और एक ही शौचालय का प्रयोग कर सकते हैं लेकिन जो सामान्य लोग कोविड से ग्रसित नहीं हैं वह अलग कमरे में रहेंगे और अलग शौचालय का प्रयोग करेंगे |
पत्र के अनुसार यदि कोरोना उपचाराधीन मरीज के घर में अलग कमरे और शौचालय की व्यवस्था नहीं है तो उन्हें होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं दी जायेगी | ऐसे मरीजों को एल-1 कोविड अस्पताल में रखा जायेगा | होम आइसोलेशन में मरीज का तापमान, श्वसन दर और ऑक्सीजन सेचुरेशन दिन में तीन बार जांचा जायेगा | होम आइसोलेशन वाले मरीजों के प्रारंभिक जांच के दसवें दिन या भर्ती होने के सातवें दिन बिना जाँच के डिस्चार्ज किया जायेगा | रोगी को उसके बाद घर में होम आइसोलेशन में सात दिन रहना होगा |
होम आइसोलेशन शुरू होने से दस दिन तक इंटीग्रेटेड कोविड एंड कण्ट्रोल सेंटर के जरिये फोन कर रोगियों में लक्षण विकसित होने के बारे में जानकारी ली जाएगी |
कोरोना उपचाराधीन मरीज को यदि सांस लेने में परेशानी हो रही है, सीने में जकड़न और दर्द है, बेचैनी और घबराहट हो रही है तो ऐसे मरीजो को एल-2 और एल-3 कोविड अस्पताल में भर्ती किया जायेगा | जांच के बाद ऑक्सीजन की जरूरत न होने पर घर में होम आइसोलेशन में भेज दिया जाएगा |
कोरोना उपचाराधीन गंभीर मरीजों को एल-3 कोविड अस्पताल में भर्ती किया जायेगा | ऑक्सीजन का स्तर लगातार घटने पर वेंटिलेटर की सुविधा दी जाएगी | कैंसर, एचआईवी सहित जिन मरीजों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है उन्हें आइसीयू में भर्ती किया जायेगा | गंभीर रोगियों को ऑक्सीजन सुविधायुक्त स्टेप वन वार्ड में शिफ्ट किया जायेगा | रूम एयर पर ऑक्सीजन स्तर 95 होने पर होम आइसोलेशन के लिए भेज दिया जाएगा |
पत्र में कहा गया है – मरीज के डिस्चार्ज होने के बाद कोविड फेसिलिटी में भर्ती रहने की अवधि में पहने हुए कपड़ों को विसंक्रमित किया जाये | कपड़ों को गर्म पानी में अच्छे से डिटर्जेंट से धुलने के बाद ही दोबारा उपयोग में लाया जाये | डिस्चार्ज होने के बाद मरीज के जूते चप्पल, मोबाइल और अन्य सामग्री को एल्कोहोल युक्त सेनिटाइजर से विसंक्रमित किया जाये |