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दो बच्चों के जन्म में तीन साल का अंतर जरूरी : सीएमओ विश्व गर्भनिरोधक दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

हरदोई। जिला अस्पताल सहित सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों / उपकेंद्रों पर शनिवार को विश्व गर्भनिरोधक दिवस का आयोजन किया गया । मुख्य कार्यक्रम जिला महिला अस्पताल में हुआ | इसका उदघाटन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सूर्यमणि त्रिपाठी ने किया | उन्होंने अस्पताल में गर्भनिरोधक साधनों के स्टाल का भी उदघाटन किया | इस अवसर पर उन्होंने कहा विश्व गर्भनिरोधक दिवस को इसलिए मनाया जाता है ताकि गर्भनिरोधक साधनों के बारे में लोगों को अधिक से अधिक जानकारी मुहैया कराई जा सके | विशेषकर नवदम्पत्ति को, जिन्हें विवाह के तुरंत बाद ही स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा यह जानकारी दी जाये कि पहला बच्चा शादी के दो साल बाद तथा तथा दो बच्चों के बीच तीन साल का अन्तर रखना चाहिए | इससे जहाँ बच्चा स्वस्थ रहेगा वहीँ माँ भी स्वस्थ रहेगी | सीएमओ ने कहा- कोविड के कारण कुछ रूकावट आयी थी लेकिन अब सेवाएँ पुनः सुचारू रूप से शुरू हो गयीं हैं | इसलिए आशा कार्यकर्ताओं को समुदाय को इस बारे में जागरूक करना है कि वह नवदम्पत्ति से अवश्य मिलें और उन्हें जानकरी दें | साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा के बारे में जागरूक करने पर जोर दिया | उन्होंने कहा यह अस्थायी विधि का साधन है | इसके उपयोग के बाद कोई दिक्कत आती है तो अन्तरा केयर र्लाइन 1800 -103-3044 पर कॉल कर समस्या का समाधान कर सकते हैं |
इस अवसर पर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. प्रशांत रंजन ने कहा – परिवार नियोजन के विभिन्न अस्थायी साधनों जैसे – अंतरा त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन, ओरल गर्भनिरोधक पिल्स, माला-एन एवं साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया, कंडोम एवं आइयूसीडी को लोगों तक तक पहुंचाने और इसके बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जनपद में हर गुरूवार को अंतराल दिवस मनाया जाता है | साथ ही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर भी अन्तरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन और छाया गर्भनिरोधक गोली की सुविधा उपलब्ध है | ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका फायदा उठा सकें | डा. रंजन ने कहा – एन्स्योरिंग स्पेसिंग स्कीम के तहत नवदम्पत्ति द्वारा शादी के दो साल बाद पहला बच्चा तथा पहले और दूसरे बच्चे के जन्म के बीच तीन साल का अंतर रखने पर आशा कार्यकर्ता को 500 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी तथा दो बच्चों के बाद लाभार्थी द्वारा स्थायी साधन अपनाने पर आशा को 1000 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी | इस अवसर पर जिला महिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. रविन्द्र सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुजीत एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे |
जिला महिला अस्पताल सहित सभी सीचसी मिलाकर कुल 20 स्टाल के माध्यम से 98 छाया मौखिक गर्भनिरोधक गोलियों, 106 माला –एन और 2346 कंडोम का वितरण किया गया, 11 आईयूसीडी, 46 पीपीआईयूसीडी तथा 23 त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा लगाये गए |

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