मिहींपुरवा, बहराइच | राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी समूह की महिलाओं ने गोदभराई कार्यक्रम का आयोजन किया। गोद भराई गर्भावस्था के दौरान निभाई जाने वाली एक रीत है। महिलाओं ने अजन्मे शिशु का परिवार में स्वागत करने के साथ-साथ गर्भवती माँ को मातृत्व की ढेरों खुशियों का आशीर्वाद दिया। देश के विभिन्न हिस्सों में गोद भराई के अवसर पर निभाए जाने वाले रीति-रिवाज अलग होते हैं, परंतु उन सबका सार एक ही है- अजन्मे शिशु को आशीर्वाद देना और गर्भवती माँ को भी दुआएं और उपहार देना। ब्लॉक एंकर पर्सन, नन्दकिशोर साह ने कहा कि सोमवार को मिहींपुरवा में सुषमा रानी की गोदभराई रस्म पूरी की गई। मौके पर महिलाओं ने चूड़ियाँ पहनाई, उपहारों, फलों व मिठाइयों से गोद भरी। गर्भवती माँ के लिए ख़ास व्यंजनों का प्रबन्ध किया गया। इस दौरान महिलाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम और हंसी मजाक भी किया है। आपकी गोद भराई परिवार के लिए एक साथ आने और आपकी गर्भावस्था व शिशु के आने की खुशी का जश्न मनाने का एक बढ़िया अवसर है।मौके पर विनीता निषाद, शालिहा बेगम, राधिका देवी, मंजू देवी, कमलावती देवी, कालिंदी, सारिका, नीलम शुक्लामार सिंह, शिव बचन कुमार, प्रमोद कुमार सहित, अनुज, संदीप कु कुमार बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रही।
Home > अवध क्षेत्र > राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी समूह की महिलाओं ने गोदभराई कार्यक्रम का किया आयोजन