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स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ – साथ समाजवादी पार्टी का भी अंत निश्चित – “पंडित कृपा निधान तिवारी” 

अयोध्या | समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने हिंदुओं के पवित्र ग्रंथसमाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ रामायण के प्रति दुराग्रह से ग्रस्त होकर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी के बावजूद उनको पार्टी में महासचिव का पद देकर महिमामंडित करने से पूरा हिंदू समाज आहत है और वह इसका बदला आगामी चुनाव में समाजवादी पार्टी से तो लेगा ही उनके नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को भी धूल चटा कर उनकी राजनीतिक सफर को अर्श से फर्श पर ला देगा यह विचार अखिल भारतीय चाणक्य परिषद के राष्ट्रीय संरक्षक एवं अध्यक्ष श्री श्री परशुराम सेवा ट्रस्ट पंडित कृपा निधान तिवारी ने व्यक्त करते हुए कहां की हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ रामायण की बुराई करने वालों का राजनीतिक अंत होना निश्चित है यह वैसे ही है जैसे पतंगा दीपक के ऊपर जाकर पतंगा  स्वंय नष्ट हो जाता है।  सन 1974 में कानपुर देहात के डेरापुर सीट से दो बार विधायक स्व0 रामपाल सिंह यादव ने अहंकरवश राम चरित मानस की चौपाई एक पृष्ठ को फाड़ कर फेंक दिया था। तभी से उनका नाम रामायण फाड़ यादव पड़ गया और फिर वे कभी चुनाव नहीं जीते,उनकी राजनीति का अंत हो गया।अब वही काम स्वामी प्रसाद मौर्य कर रहे हैं।इनका नाम भी रामायण फाड़ मौर्य रख देना चाहिए।इनकी भी राजनीति का अंत आ चुका है।इतिहास साक्षी है कि जिस,जिस ने भगवान राम का विरोध किया है,उसका अंत निश्चित हुआ है।राम चरित मानस कोई साधारण पुस्तक नहीं बल्कि पूज्य महाकाव्य है।90 के दशक में जब रामायण धारावाहिक प्रसारित हुआ था तब प्रसारण के समय पूरे देश में सड़कें सूनी हो जाती थीं।यही हाल महाभारत धारावाहिक के प्रसारण के समय हुआ था।इनकी लोकप्रियता को ध्यान में रखकर करोना संकट के दौरान दोनों धारावाहिकों को केंद्र सरकार ने पुनः प्रसारित करवाया था और देश विदेश में रिकार्ड दर्शकों ने देखा।दुनिया में है ऐसा कोई धार्मिक ग्रंथ जिसके प्रसारण के समय सड़कें सूनी हो जाती हों।रामायण में कहीं भी जाति के आधार पर किसी तरह के भेदभाव का वर्णन नहीं मिलता।भगवान राम ने भीलनी के झूठे बेर खाए थे और मां कहकर संबोधित किया था।इसी तरह निषादराज ,विभीषण,सुग्रीव को अपना मित्र बनाया।वोट की लालच में अखिलेश यादव आग से खेलने का काम कर रहे हैं।स्वामी प्रसाद मौर्य को डांटने के बजाय उन्हे पुरष्कृत कर रहे हैं।यह सौदा इन्हें मंहगा पड़ेगा।भगवान राम हमारी आस्था के केंद्र हैं। कण, कण में भगवान राम व्याप्त हैं।इनका अपमान,नहीं सहेगा हिंदुस्तान।भगवान श्रीराम की जय,अयोध्या धाम की जय,भगवान बजरंगबली की जय,जय सरयू मैया।पूज्य तुलसीदास जी और महर्षि बाल्मीकि जी की जय का हिन्दू समाज के लोगो ने  नारा बुलंद  कियाहै। मुकेश कृत्य की निंदा पूरे देश का हिंदू समाज संत समाज कर रहा है अंबेडकरनगर के ब्राह्मण समाज के ध्वजवाहक  प्रोफेसर आदित्य नारायण  त्रिपाठी अयोध्या के 52 मंदिर  संत वैदेही बल्लभ शरण  दास  भारतीय जनता पार्टी के थिंकटैंक अयोध्या सुनील कुमार श्रीवास्तव भाजपा नेता समाजसेवी राजा ज्योति पतिराम विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा  आदि ने उपरोक्त कार्य आग से खेलना बताया |

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