अम्बिकानन्द त्रिपाठी
अयोध्या। लम्बे समय से पार्किंग टैक्स के नाम पर हो रही थी श्रद्धालुओं के साथ ज्यादती और दुर्व्यवहार,सीएम कार्यालय के जवाब तलब के बाद महापौर ने दिखाई सख्ती प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय से जवाब तलब होने के बाद नगर निगम अयोध्या हरकत में आ गई है और रोजाना अयोध्या में देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन के साथ यात्री कर और पार्किंग के नाम पर की जाने वाली वसूली और दुर्व्यवहार से अब श्रद्धालुओं को मुक्ति मिल जाएगी | अयोध्या नगर निगम के महापौर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर आयुक्त आर एस गुप्ता को निर्देशित किया है और पार्किंग का ठेका समाप्त कराने के निर्देश दिए हैं | इतना ही नहीं महापौर ने वसूली में प्रयोग की जा रही सभी रसीदों को नगर निगम कार्यालय में लाकर जमा करने के निर्देश दिए हैं | बताते चलें कि लंबे समय से अयोध्या में वाहन पार्किंग के नाम पर चलते वाहनों को रोककर उनसे पैसे की वसूली की जाती रही है | ठेका लेने वाले ठेकेदारों के गुर्गे जैसे ही गैर जनपद से आए वाहनों का नंबर देखते हैं वैसे ही वाहनों के आगे खड़े होकर जबरिया उन्हें रसीद पकड़ा देते हैं | जबकि नियमानुसार पार्किंग का पैसा उन्हें वाहनों से वसूला जा सकता है जो वाहन निर्धारित स्थल पर बनी पार्किंग में अपने वाहन खड़े करते हैं | लेकिन आलम यह है कि अयोध्या नगर क्षेत्र में पार्किंग की समुचित व्यवस्था ही नहीं है | बावजूद इसके स्थानीय पुलिस के संरक्षण में ठेकेदार के गुर्गे शहर के हर चौराहे पर खड़े होकर जबरिया दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं से पहले पार्किंग के नाम पर पैसा मांगते हैं और सवाल पूछने पर दुर्व्यवहार करते हैं | मामला उस समय ज्यादा गंभीर हो गया जब बीते दिनों गोरक्ष पीठ के अधिवक्ता अयोध्या आए थे और उनसे भी जबरिया ठेकेदार के गुर्गों ने पार्किंग के पैसे वसूल लिए और रसीद पकड़ा दी | इसी रसीद को आधार बनाकर उक्त अधिवक्ता ने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय में कर दी और उसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से जो कुछ हुआ उसका नतीजा है कि अब अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं यात्रियों को यात्रा कर नहीं देना होगा |