कार्यों में शिथिलता एवं लापरवाही पर होगी कार्यवाहीः- जिलाधिकारी
हरदोई | सांसद अंशुल वर्मा की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति की बैठक विकास भवन के सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए सांसद अंशुल वर्मा ने कहा कि शासन की प्राथमिकता है कि विकास एवं निर्माण कार्य पूर्ण रूप से पारदर्शी हो। कार्यदायी संस्थाएं गुणवत्ता एवं समयबद्धता का विशेष ध्यान रखे। उन्होने कई विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर क्षोभ भी व्यक्त किया और कहा कि अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी के साथ करना सुनिश्चित करें ताकि सरकार की मंशा पूर्ण हो सके। डी0डी0सी0एम0सी0 की गत बैठक की कार्यवाही की विस्तार से बिन्दुवार समीक्षा की गयी। सिचाई विभाग के कार्यालय के पीछे गुजरे महोलिया ड्रेन पर कब्जा करने एवं व्याप्त गन्दगी का प्रकरण पुनः सदन में उठाया गया। सदस्यों ने कहा कि महोलिया ड्रेन जो सिंचाई विभाग के अधीन है, के किनारे 102 लोगों द्वारा अवैद्य रूप से कब्जा जमाकर मकान आदि का निर्माण करा लिया गया है जिस पर समुचित कार्यवाही हेतु गत बैठक में अधिशासी अभियंता शारदा नहर को निर्देशित किया गया था परन्तु उनके द्वारा कोई ठोस कार्यवाही न किये जाने पर सांसद ने घोर नाराजगी प्रकट की तथा जिलाधिकारी को अपने स्तर से निराकरण हेतु कहा। वहीं मदारा ड्रेन पर 22 अतिक्रमणकारियों पर मुकदमा कायम कराने की बात सामने आयी। मण्डी समिति में गौशाला के नाम पर किसानों से फर्जी रसीद काटकर वसूली की शिकायत पर सचिव मण्डी समिति ने अवगत कराया कि ऐसी कोई भी वसूली किसानों से नही की जा रही है। इसके अतिरिक्त सदस्यों ने सदन को बताया कि आवारा पशुओं के कारण फसलों को भारी मात्रा में नुकशान हो रहा है जिसकी रोकथाम अत्यन्त आवश्यक है। इस संबंध में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को बिलग्राम एवं सवायजपुर के जनप्रतिनिधियों एवं उप जिलाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर गोसदन हेतु प्रस्ताव तैयार कर शासन को प्रेषित करने के निर्देश दिये गये। वहीं वैकल्पिक व्यवस्था हेतु नगर पालिका परिषद एवं पंचायतों में कांजी हाउस की व्यवस्था हेतु निर्देशित किया गया। मण्डी में खराब हैण्ड पम्पों के विषय में मण्डी सचिव ने बताया कि 23 हैण्डपम्पों में 13 हैण्डपम्प संचालित है 10 हैण्डपम्पों को इसी सप्ताह में ठीक करा लिया जायेगा। गत बैठक में विद्युत दोष से खराब 23 नलकूपों को सही कराने के निर्देश अधिशासी अभियंता विद्युत को दिये गये थे परन्तु 10 नलकूप विद्युत दोष के कारण अभी भी नहीं संचालित हो सके। इस पर सांसद ने कड़ी नाराजगी प्रकट की तथा अधिशासी अभियंता विद्युत को सचेत किया कि वह अपनी कार्यप्रणाली सुधारे अन्यथा उनके विरूद्ध कार्यवाही हेतु लिखा जायेगा। बैठक में सदस्यों ने कहा कि अधिकतर प्रभारी चिकित्साधिकारी लखनऊ से नजदीक सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 में तैनाती चाहते है जिसकी वजह से अन्य दूरदराज की सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 चिकित्सक विहीन रहती है। जिलाधिकारी ने सांय तक सी0एच0सी0/पी0एच0सी0वार प्रभारी चिकित्साधिकारियों की सूची तलव की। पेयजल पाइप लाइन परियोजना की गुणवत्ता खराब की शिकायत पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता जलनिगम को परियोजना के लोकापर्ण के विषय में दिशा निर्देश देते हुये कहा कि परियोजना का लोकापर्ण तब किया जाये, जब पाइप लाइन कनेक्शन व विद्युत कनेक्शन का कार्य पूर्ण करा लिया जाये। वृद्धावस्था पेंशन लाभार्थियों के खातों में समय से धनराशि न पहुंचने एवं कम्प्यूटर आपरेटर की लापरवाही की शिकायत के क्रम में जिलाधिकारी ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया कि फीडिंग में किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाये अन्यथा कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। स्वच्छ भारत अभियान पर चर्चा के दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि 31 दिसम्बर, 2017 तक जनपद को ओ0डी0एफ0 किये जाने के क्रम में 4.20 लाखा शौचालय निर्माण का लक्ष्य रखा गया है । सर्वे का कार्य प्रारम्भ है। अल्हादादपुर पुलिया की गुणवत्ताहीन मरम्मत के मामले पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रान्तीय खण्ड के प्रति गहरी नाराजगी प्रकट की तथा कहा कि भविष्य में कोई भी कार्य गुणवत्ताहीन न पाया जाये अन्यथा उनके विरूद्ध कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। जनपद में संचालित आश्रम पद्यति विद्यालों की दुर्दशा का मामला सदन में उठाया गया। इस पर जिलाधिकारी ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को नियमित भ्रमण/निरीक्षण के साथ ही आवश्यक चिकित्सा शिविरों के आयोजन के निर्देश दिये। बैठक में साण्डी पक्षी विहार परियोजना, चल रही चकबंदी प्रक्रिया, बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में स्टीमर आदि की उपलब्धता, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में होने वाली दलाली, विद्युत दुर्घटना में दी जाने वाली अहेतुक सहायता राशि में विलंब आदि बिन्दुओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने अधिकारियों से कहा कि वह अपने दायित्वों का निष्ठापूर्वक क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करे। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही को किसी भी दशा में वर्दास्त नही किया जायेगा। उन्होने यह भी कहा कि आगामी जून के प्रथम सप्ताह में होने वाली जिला योजना की बैठक में पूर्ण तैयारी के साथ भाग लेना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने सांसद सहित जनप्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि उनके मार्ग निर्देशानुसार कार्य कराना सुनिश्चित किया जायेगा। मुख्य विकास अधिकारी राधेश्याम ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
बैठक में विधायक माधवेन्द्र प्रताप सिंह सहित अन्य जन प्रतिनिधि, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0पी0एच0चतुर्वेदी, परियोजना निदेशक प्रदीप यादव, जिला वन अधिकारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।