हनुमानगढ़ी की आरती में शामिल हुईं, बाटी-चोखा और शाही टुकड़ा मिठाई की तारीफ की
अयोध्या। ईरानी फिल्मों की मशहूर कला निर्देशक सना नोरुजबीगी को राम नगरी अयोध्या की संस्कृति, खानपान और यहां मिला मान-सम्मान खूब पसंद आया। ईरान की 36 वर्षीय फिल्मकार सना नोरुबीगी 17वें अयोध्या फिल्म फेस्टिवल में शामिल होने के लिए आई थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि अयोध्या में आकर उन्हें बहुत ही अच्छा लगा। यहां की संस्कृति और मिठाईयां खूब पसंद आईं। सना नोरुजबीगी 15 से ज्यादा फिल्में कर चुकी हैं। सना भारतीय निर्माता निर्देशक पहलाज निहलानी के साथ वर्ष 2016 में आई दीया मिर्जा अभिनीत फिल्म सलाम मुंबई में भी कला निर्देशक के तौर पर काम कर चुकी हैं। उनकी अन्य उपलब्धियों की बात करें तो उनकी फिल्म लैला ब्रदर साल 2022 में फ्रांस में हुए कांस फिल्म फेस्टिवल में फिप्रेस्की अवार्ड से सम्मानित हो चुकी है। सना रामनगरी में बन रहे रामलला के मंदिर में दर्शन करने गई थी इस दौरान वहां बन रहे मंदिर की कलाकृति और हनुमानगढ़ी का वातावरण खूब पसंद आया। यहां उन्होंने शीश झुकाया और आरती में भी शामिल हुईं। सना का कहना था कि रामनगरी के माहौल में उन्हें अद्भुत शांति और शक्ति का अनुभव हुआ। यहां आकर उन्होंने खुद को काफी ऊर्जा को महसूस किया। सना को ऐतिहासिक गुलाबवाड़ी भी काफी पसंद आई। अवध के तीसरे नवाब शुजाउद्दौला की बनवाई गुलाब वाड़ी में गुलाबों की तरह-तरह की किस्में देख कर वह आश्चर्य चकित थीं। सना ने बताया कि अयोध्या की मेहमान नवाजी उन्हें खूब पसंद आई। वह यहां के कई बाजारों में गईं और अलग-अलग तरह के व्यंजनों का स्वाद लिया। उन्होंने बताया कि यहां की मिठाइयां काफी स्वादिष्ट लगीं। खासतौर पर शाही टुकड़ा मिठाई उन्हें सबसे ज्यादा पसंद आई।
इसके अलावा सना ने पूर्वांचल के मशहूर बाटी-चोखा की भी सराहना की जो उन्हें अयोध्या फिल्म फेस्टिवल के आयोजकों की तरफ से परोसा गया था। इस इरानी फिल्मकार का कहना था कि वह बार-बार अयोध्या आना चाहेंगी। ईरान वापस जाकर वह अन्य फिल्मकारों को अयोध्या फिल्म फेस्टिवल से जोड़ेंगी। इससे अयोध्या-ईरान के बीच सीधे सांस्कृतिक संबंध स्थापित होंगे।