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110 किलोमीटर तक चली जिंदगी बचाने की जंग

नि:शुल्क सरकारी एम्बुलेंस सेवा 108 के कर्मियों की सूझबूझ से बची मरीज की जान
सिर में लगी थी गंभीर चोट, हर पल बिगड़ती जा रही थी मरीज की हालत
हरदोई से लखनऊ तक की दूरी तय करने में दिखी ईएमटी और पायलट की सूझबूझ
हरदोई। जिले में टड़ियावां ब्लाक के शाहपुर मुग़ल गाँव निवासी 50 वर्षीय संतोष शुक्ला के सिर में गंभीर चोट आई थी और लगातार खून निकलने के कारण उनकी हालत बिगड़ती जा रही थी। सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने मरीज की जान बचाने के लिए उसे लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया और एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस एम्बुलेंस (ए0एल0एस0) से ले जाने को कहा। परिजन देवेंद्र ने 108 एम्बुलेंस सेवा में कॉल करके ए0एल0एस0 एम्बुलेंस की मदद मांगी। समय रहते मदद मिली और मरीज को लखनऊ स्थित किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में भर्ती कराने के साथ ही उसके जीवन को बचा लिया गया। 110 किलोमीटर की इस दूरी को तय करने में इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) और पायलट की सूझबूझ का बड़ा योगदान रहा।
इस सम्बन्ध में एम्बुलेंस के ईएमटी सुनील कुमार ने बताया की लखनऊ स्थित 108 एम्बुलेंस सेवा के कॉल सेंटर से सोमवार रात करीब 12.52 बजे सूचना दी गई की हरदोई जिले के सरकारी अस्पताल से एक मरीज को लखनऊ केजीएमयू में भर्ती कराना है, सूचना मिलते ही वह और पायलट अभय कुमार एएलएस एम्बुलेंस लेकर वहां पहुंचे |
उन्होंने बताया कि पहली ही नजर में साफ दिख रहा था की मरीज को दुर्घटना के कारण सिर में गहरी चोट लगी थी | उसका खून लगातार बह रहा था, हर पल के साथ ही उसकी सांस कमजोर पड़ती जा रही थी | तीमारदारों का भी रो-रोकर बुरा हाल था, ऐसे में उन्हे डॉक्टर ऋषि कुमार ने बताया कि मरीज को बड़े एहतियात के साथ अस्पताल ले जाने की जरूरत है. उन्होंने बिना देर किये मरीज को लखनऊ स्थित मेडकिल कॉलेज में भर्ती कराने के लिए अपनी जद्दोजहद शुरू कर दी. ईएमटी सुनील के मुताबिक, मरीज की स्थित बहुत खराब थी. बीपी और पल्स रेट भी काफी लो हो गया था।
उन्होंने मरीज की हालत देखते हुये कॉल सेंटर में मौजूद डॉक्टर की सलाह पर घायल को मदद देनी शुरू की. हरदोई से लखनऊ की दूरी करीब 110 किलोमीटर थी. पायलट ने भी हर पल का सदुपयोग करते हुये मरीज को बिना एक पल गंवाये अपना सफर जारी रखा. इधर मरीज को एम्बुलेंस में दिए जा रहे प्राथमिक इलाज से उसकी हालत में सुधार होने लगा। इस तरह कार्यकुशलता और सूझबूझ के साथ मरीज को लखनऊ केजीएमयू में भर्ती कराने में सफलता मिली. मरीज के जीवन की रक्षा करने पर तीमारदारों ने भी सरकार द्वारा चलाई जा रही 108 एम्बुलेंस सेवा की सराहना की |
गौरतलब है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की मेडिकल इमरजेंसी के दौरान सरकारी अस्पताल जाने के लिए या एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल जाने के लिए 108 सेवा में कॉल कर सकता है। 108 एम्बुलेंस सेवा सभी के लिए पूरी तरह से नि:शुल्क है।
एम्बुलेंस सेवा के जिला प्रभारी विख्यात सक्सेना ने बताया कि एएलएस एम्बुलेंस सुविधा का लाभ कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की इमरजेंसी के लिए 108 पर कॉल कर के ले सकता। यह बिल्कुल नि:शुल्क सुविधा है ।
हरदोई जिले में कुल 47, 108 एम्बुलेंस संचालित है और चार एएलएस एम्बुलेंस हैं, जिसकी सहायता से लोगों को लाभान्वित किया जाता है।

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