संवाददाता सत्यपाल सिंह
सिधौली। सीतापुर। जनपद सीतापुर व जनपद बाराबंकी से सटे प्रसिद्ध तीर्थ धन्नाग में तीन दिवसीय समरसता दिवस के तीसरे दिन कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में मा. श्याम लाल रावत पूर्व मंत्री जी उपस्थित रहे। कवि सम्मेलन में अनेकानेक जिलों से आये कवियों ने अपनी अपनी रचनाओं के माध्यम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के शुभारंभ में मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया गया और तदोपरांत आये हुए मुख्य अतिथि व कवियो का सम्मान कार्यक्रम संयोजक एडवोकेट श्री राम लखन शुक्ला जी के द्वारा स्वागत गीत व माल्यार्पण कर किया गया। सर्वप्रथम मां वीणावादनी का आह्वान किया गया, तत्पश्चात कवि अजय अटल ने कविता सुनाई हमारे घर मे दीपक प्यार के दिन रात जलते है, मधुर संबंध के अनुराग के अरमान पलते है। सुनील झंझटी ने बताया कि गाय जितना अगर माँ बाप की सेवा पर बल देते, तो हिंदुस्तान के अंदर वृद्धाश्रम नही होते। पंडित अर्जुन तिवारी ने सुनाया हर सिद्ध मनोरथ होते है बस धाम की पद रज पाने से, द्वापर युग से है कल्याणी जय हो बाबा धन्नागी की। कवि सम्मेलन का संचालन राम लखन शुक्ला ने किया। पंडित कृष्ण बिहारी अवस्थी, हरगोविंद यादव ने भी काव्य पाठ कर श्रोताओ को मंत्रमुग्ध कर दिया। देर शाम तक चले कवि सम्मेलन में कवियों ने विभिन्न विधाओं में काव्य पाठ कर श्रोताओ को मंत्रमुग्ध का खूब वाह वाही लूटी। इस अवसर पर राघवेंद्र सिंह, राजेश अवस्थी, अभिषेक शुक्ला, तरुण प्रकाश रावत, योगेश शुक्ला, मान सिंह, मुकेश त्रिपाठी, सुरेश प्रकाश सहित तमाम श्रोता गण उपस्थित रहे।