बिल्थरारोड बलिया। संत निरंकारी का 26 वा वार्षिक संत समागम मनाया गया जिसकी अध्यक्षता महात्मा सुरेंद्रनाथ तिवारी ज्ञान प्रचारक देवरिया ने अपने प्रवचन में कहा कि मानव सेवा से बड़ा कोई सेवा नहीं होता हम सभी को जो सत गुरु ने एक मामले में पिरो दिया है संसार के हितार्थ के लिए हम सभी को कार्य करना चाहिए सतगुरु माता सुदीक्षा चाहती हैं कि एक सुंदर संसार बने मानव मानव का सम्मान करे यह मन जब ज्ञान रूपी साबुन से धोया जाता है तो आत्मिक बल से शक्तिशाली होकर चमक उठता है युगपुरुष बाबा अवतार सिंह जी इसकी हकीकत को ऐसे बयान करते हैं सतगुरु से मती लेकर यह मन मान पर काबू पा ता है काम क्रोध और लोग मोह के पास तोड़ता जाता है सतगुरु की मती लेकर मानव धीरज को अपनाता है सतगुरु की मती लेकर मानव रामराजा में आता है सतगुरु की मती लेकर मानव बैरागी हो जाता है सतगुरु की मती लेकर मनवा तप त्याग अपनाता है उन्होंने कहा कि सतगुरु सबको अपनाकर सारे गुनाहों को माफ कर देता है और आवागमन के चक्कर से मुक्त कर देता है हजारों की संख्या में निरंकारी संत महापुरुष बहने उपस्थित रहे सेवादल के कार्यकर्ता उपस्थित रहे संत महापुरुषों ने गीत प्रवचन प्रस्तुत किए वहीं उपस्थित रहे बिल्थरारोड के प्रमुख राजेंद्र प्रसाद श्री राम प्रसाद बेचू प्रसाद एवं संत निरंकारी मंडल के पदाधिकारी उपस्थित रहे