Home > स्थानीय समाचार > माया का पलटवार, कहा नसीमुद्दीन बहुत बड़ा टैपिंग ब्लैकमेलर है !

माया का पलटवार, कहा नसीमुद्दीन बहुत बड़ा टैपिंग ब्लैकमेलर है !

नसीमुद्दीन ने बसपा सदस्यता के आधे पैसे खा लिये है : मायावती
रंजीव ठाकुर
लखनऊ । राजधानी की राजनीति में गुरुवार को तब भूचाल आ गया जब पूर्व बसपा महासचिव तथा पार्टी के कद्दावर मुस्लिम नेता ने बसपा सुप्रीमों मायावती, सतीश चन्द्र मिश्रा और आन्नद कुमार पर अॉडियों के माध्यम से गंभीर आरोप लगाते हुए ऐसे तमाम अॉडियों टेप होने की बात कही जिनमे उनकें अनुसार माया एण्ड कम्पनी की जन्मकुण्डली छुपी है । नसीमुद्दीन सिद्दीकी द्वारा अपने आवास पर पत्रकार वार्ता समाप्त करते ही मायावती ने नसीमुद्दीन पर पलटवार करते हुए आनन फानन में माल एवन्यू स्थित अपने आवास पर पत्रकार वार्ता का आयोजन कर ड़ाला ।

पत्रकारों से बात करते हुए मायावती ने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को छोड़ कर अन्य पार्टियों का रिजल्ट अच्छा नहीं आया जिसका कारण ईवीएम मशीन रही । चुनाव का रिजल्ट आने के बाद महसूस किया कि ईवीएम मशीन के साथ साथ पार्टी के वरीष्ठ कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी के साथ विश्वासघात किया। पश्चिमी यूपी को मुस्लिबाहुल्य क्षेत्र में नसीमुद्दीन सिद्दीकी को जिम्मेदारी दे रखी थी लेकिन उन्होनें सही से जिम्मेदारी नहीं निभाई । चुनाव नतीजे आने के बाद के बाद लोगों ने नसीमुद्दीन की शिकायत करते हुए बताया कि ये बहुत बड़ा टैपिंग ब्लैकमेलर है और लोगों की बातों को टेप करके ब्लैकमेलिंग करता है । इस प्रकार नसीमुद्दीन ने टेप के बहाने महत्वपूर्ण वरीष्ठ नेताओं को साइड लाइन करके खूब पैसा कमाया और आज ये बात नसीमुद्दीन ने साबित कर दी है । मैनें नसीमुद्दीन को पार्टी में बड़ा पद और जिम्मेदारी दी पर उसने धोखा दिया । जो टेप उसने सुनवाया है उसमें छेड- छाड़ की है । चुनाव से पहले बीएसपी सदस्यता के लिये किताबे दी थी और नसीमुद्दीन ने ज्यादा किताबे ली । सदस्यता का पैसा ही हमने इकठ्ठा करके पार्टी बैंक खातों में जमा किया था । पार्टी के लोगों ने नसीमुद्दीन को पैसे दे दिये थे पर वे टालमटोल करते रहे ।
बाद में जब मैनें नसीमुद्दीन से सदस्यता किताबों की जानकारियां मांगी तो उन्होनें कहा कि मैं जमीन जायदाद बेच कर पैसे दे दूंगा पर नसीमुद्दीन ने 9 मई तक हिसाब नहीं दिया । हम लोग दूसरी पार्टियों की तरह धन्नासेठों से पैसे न लेकर सदस्यों से पैसे लेते है । जो टेप नसीमुद्दीन ने सुनवाया है वो कोई नयी बात नहीं बल्की सदस्यता अभियान का पैसा है । पश्चिमी यूपी के लोगों ने मुझें बताया था कि नसीमुद्दीन ने वादा किया था कि मंत्री बनने के बाद काम करा दूंगा और ये बोल कर पैसे ल् लिये थे । बहुत से मुस्लिम लोगों ने इनकी शिकायत की थी तो इनहें मध्य प्रदेश और बुंदेलखण्ड भेजा पर तब तक सदस्यता के पैसे जमा न करने की बात सामने आने पर मैनें कहा था कि कहीं जाने की जरूरत नहीं है आर पहले 9 मई तक सदस्यता का पैसा ला कर दो पर ये नहीं आये । ये पार्टी में जब से आये है खूब बेनामी सम्पत्ति बनाई है । ये मेरे भाई आन्नद कुमार पर आरोप लगातें है कि वो तृतीया श्रेणी का कर्मचारी था तो अंबानी ने भी तो तरक्की की थी । नसीमुद्दीन ने आज बहुत गलत भाषा का प्रयोग किया है जो मुसलमानों के लिये नहीं करना चाहिए था । नसीम मुस्लिम समाज को पार्टी में आने के लिये जैमर का काम करते थे । नसीमुद्दीन ने कभी नहीं बताया कि उनकें बेटी भी है वो हमेशा ये ही कहते थे कि उन्होनें भाई की बेटी गोद ली है । नसीमुद्दीन अपने बेटे को तो चुनाव जिता नहीं पाये मुझें क्या चुनाव लड़वायेंगे, खुद तो 1990 में बसपा में शामिल होते समय चेयरमैन का चुनाव हार गये थे । सन् 1991 में पार्टी ने बांदा से विधायक बनवाया । पर 1993 में खराब शैली के कारण चुनाव हार गये और उसके बाद कोई चुनाव नहीं जीत सके । सतीश चन्द्र मिश्रा कहॉ और नसीमुद्दीन सिद्दीकी कहॉ ? जो आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की बाते टेप कर सकता है वो कुछ भी कर सकता है । इससें साफ हो गया कि नसीमुद्दीन किसी को भी पार्टी में आगे बढ़ता नहीं देखना चाहते थे परंतु सतीश चन्द्र मिश्रा मुझें सगी बहन मान कर खड़े रहते है, ये नसीमुद्दीन उनकें पैरों की धूल तक नहीं, सतीश मिश्रा पार्टी के मुकदमे फ्री लड़ते रहे है और पूरा इन्कमटैक्स देते है । बसपा के लोग बता रहे है कि जब से भाई आन्नद कुमार को उपाध्यक्ष बनाया है तब से नसीमुद्दीन का सपना टूट गया क्योकिं ये प्रदेश में अपने को मेरे बाद दूसरा नेता बतातें थे । बसपा को एक मूवमेंट बतातें हुए कहा कि आन्नद कुमार चुनाव लड़ने नहीं बल्की मूवमेंट को आगे बढ़ाने आये है । कांशीराम दी भी नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर विश्वास नहीं करते थे ।
19 अप्रैल और 26 अप्रैल को हुई पार्टी की मीटिंगों में ही लोग इनके खिलाफ हो गये थे । इसने झूठा टेप सुना है और इसको गरीबों पिछडों दलितों का पैसा हजम नहीं होगा । नसीमुद्दीन ने आधा पैसा जमा किया पर आधा कहॉ गया । आज सुनवाये टेप में नसीमुद्दीन मेरी बात कम सुन रहे है और अपनी ही लगाये पड़े है क्योकिं उन्हे पता है कि फोन टेप हो रहा है । नसीमुद्दीन के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि पार्टी से निकाल दिये गये है तो अनाप शनाप बोल रहे है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *