रिपोर्ट–विवेक जायसवाल
बलिया। सिटी मजिस्ट्रेट डॉ. विश्राम ने सदर विधानसभा क्षेत्र के कई बूथों का स्वयं जायजा लिया। उनके निरीक्षण में 4 बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) व दो पंजाभिहित अधिकारी गैरहाजिर मिले। जबकि एक शिक्षामित्र की जगह उसके पति वोटर लिस्ट सहित अन्य अभिलेख के साथ काम करते मिले। सबसे खराब कार्य लेखपाल मंजीत कुमार वर्मा का मिला, जिनको शहर से सटे दुबहड़ क्षेत्र में सुपरवाइजर के रूप में लगाया गया है। उनके अंतर्गत आने वाले 15 बूथ में से 12 बूथों पर फार्म की स्थिति शून्य है। स्थानीय लोगों से बातचीत में पता चला कि पिछले तीन विशेष अभियान में लेखपाल वर्मा बूथ पर भी नहीं गए। बीएलओ को कोई सूचना नहीं देते। सिटी मजिस्ट्रेट ने निरीक्षण के दौरान लेखपाल के लोकेशन के बारे में पूछताछ की तो स्पष्ट नहीं बता सके। बताए लोकेशन पर सिटी मजिस्ट्रेट जाते रहे, लेकिन कहीं भी पता नहीं चल सका। इस लेखपाल पर ठोस कार्रवाई हो सकती है। निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय जमुआ पर रिंकी पांडेय, प्रावि जमुआ मध्य पर अजीत कुमार यादव, सरसपाली में बिट्टन गुप्ता व सुषमा विश्वकर्मा अनुपस्थित थीं। पदाभिहित अधिकारी के रूप में लगाए गए प्राथमिक विद्यालय सहरसपाली पर रीता सिंह व प्रावि बंधुचक पर दिलीप राय नहीं मिले। इन सभी अनुपस्थित रहने वाले कर्मियों पर ठोस कार्रवाई के संकेत मिल रहे हैं।