लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव संसद का सत्र खत्म होते ही लखनऊ आ धमके। वे उप चुनाव के लिए अपने सूबाई दफ्तर में जम गए हैं। उपचुनाव में सीटों और कैंडिडेट को लेकर अपने संगठन और नेताओं से फीडबैक लेना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में जीत हासिल करना उनके सियासी भविष्य के लिए जरूरी है। ये उनका लिटमस टेस्ट होगा। इन सीटों पर बीजेपी चुनाव हारती है तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सवाल उठने शुरू होंगे। लोकसभा में जीत से बने माहौल को अखिलेश यादव उपचुनाव में भी बनाए रखना चाहेंगे क्योंकि 2027 में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव उनके लिए बहुत अहम होने वाला है। 2024 के लोकसभा चुनाव में 80 लोकसभा सीटों की ज्यादातर विधानसभा सीटों पर सपा और कांग्रेस गठबंधन ने जीत दर्ज की है।